मुरादाबाद: विभाजन के कारण डेढ़ करोड़ से अधिक लोगों को छोड़ना पड़ा था पुश्तैनी घर-बार

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Published By Monis Khan
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मुरादाबाद, अमृत विचार। भाजपा के बुद्धि विहार स्थित जिला एवं महानगर कार्यालय पर गुरुवार को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया गया। मुख्य अतिथि मेरठ के पूर्व सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि 1947 में भारत के विभाजन के कारण इतिहास में सबसे बड़ा विस्थापन हुआ। 

जिसमें डेढ़ करोड़ से अधिक लोग पुश्तैनी घर बार-बार छोड़ने को मजबूर हुए। यह दर्दनाक कहानी सरकारी स्मृति का हिस्सा बनी, इस दिन का स्मरण करना न्याय की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त 2021 को घोषणा की थी कि 14 अगस्त विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाएगा जिससे राष्ट्र उन पीड़ितों को श्रद्धांजलि दे जिन्हें भुला दिया गया था। 

विशिष्ट अतिथि देवेंद्र चौधरी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जिला प्रभारी बरेली ने कहा कि जो राष्ट्र अपने घावों को इतिहास को स्वीकार नहीं करता वह कभी पूरी तरह स्वस्थ और सौहार्दपूर्ण नहीं हो सकता है।इस दौरान महानगर अध्यक्ष गिरीश भंडूला, खैराती लाल मल्होत्रा, अल्पना रितेश गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. शेफाली चौहान, महापौर विनोद अग्रवाल, जिला सहकारी बैंक के चैयरमेन विजय भान सिंह, जिला मीडिया प्रभारी संजय ढाका, राजीव गुप्ता सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

लाशों से भरी आईं थीं ट्रेनें
विशिष्ट अतिथि अतिथि क्षेत्रीय मंत्री अनूप वाल्मीकि ने कहा कि अन्य बड़ी त्रासदियां को आधिकारिक रूप से याद नहीं किया गया। जिलाध्यक्ष आकाश कुमार पाल ने कहा कि विभाजन शांतिपूर्ण प्रशासनिक विभाजन नहीं बल्कि रक्त रंजित सभ्यतागत आघात था। पाकिस्तान से भारत आने वाली पूरी ट्रेन लाशों से भरी आईं थीं।

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