'बोल बम-हर हर महादेव का जयघोष', कजरी तीज पर उमड़ा शिव भक्तों का सैलाब, मंदिर परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
गोंडा, अमृत विचार: जिले का सबसे बड़ा पर्व कजरी तीज मंगलवार को पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जायेगा। शिवभक्त कांवडिए सरयू नदी से पवित्र जल भर कर भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करेंगे। सोमवार को जल भरने के लिए जा रहे शिवभक्त कांवड़ियों के सैलाब से समूचा जिला भगवामय हो गया। हर तरफ हर हर महादेव का जयघोष गुंजायमान होता रहा।
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कांवडिया भक्तों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन जुटा हुआ है।डीएम प्रियंका निरंजन व पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने खुद सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रखी है। मंदिरों के बाहर व परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
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श्रद्धालुओं के आने जाने वाले रास्ते से लेकर मंदिर परिसर तक सीसीटीवी कैमरों व ड्रोन कैमरों से निगरानी करायी जा रही है। माना जा रहा है कि मंगलवार को जिले के विभिन्न शिव मंदिरों में 15 लाख से अधिक शिव भक्त जलाभिषेक करेंगे। मंगलवार भोर से होने वाले जलाभिषेक के लिये प्रशासन की तरफ से तैयारी पूरी कर ली गयी है। मंगलवार को होने वाले जलाभिषेक के लिए सोमवार को सड़कों पर आस्था का सैलाब नजर आया।
शिव भक्त बोलबम-बोलबम, बाबा नगरिया दूर है, जाना बहुत जरूर है, जो बाबा को भूलेगा- वह रास्ते में झूलेगा... जैसे गगनभेदी जयघोष से साथ अपने मार्ग पर आगे बढ़ते रहे। आस्था से सराबोर इन शिवभक्तों का करनैलगंज स्थित सरयू घाट पर आने व स्नान कर पूजापाठ करने के लिये तांता लगा रहा। कांवड़ियों की भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन के पसीने छूट गए। पवित्र सरयू से जल भरने के बाद कांवड़िये अपनी श्रद्धा के अनुसार नंगे पांव 32 किलोमीटर दूर मुख्यालय स्थित दुःखहरणनाथ मंदिर व 50 किलोमीटर दूर खरगूपुर स्थित पृथ्वीनाथ मंदिर के लिए रवाना होते रहे।
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सोमवार को पूरे दिन घाट पर जल भरने वाले कांवरियों के गगनभेदी जयघोष की गूंज दूर-दूर तक सुनाई दी। इस बार जलाभिषेक के लिये यहां पहुंचने वालों में महिलाओं की भागीदारी अच्छीखासी दिखाई दी तो वहीं युवा वर्ग के साथ बच्चों का जज्बा भी कम नहीं दिखा। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने शिव भक्तों के आने जाने वाले रास्ते का निरीक्षण किया और ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को सजग रहने के निर्देश दिए।
शिवभक्तों की सेवा के लिए जगह जगह लगाए गए स्टॉल
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अमृत विचार: जलाभिषेक के लिए जाने वाले शिव भक्तों की सुविधा के लिए सामाजिक संगठनों राजनीतिक दलों व अन्य संभ्रांत व्यक्तियों की तरफ से जगह-जगह स्टॉल लगाए गए हैं। इन स्टालों पर पर शिव भक्तों के खाने-पीने की पूरी व्यवस्था की गई है बीमारी की हालत में उनके आराम करने और इलाज की भी व्यवस्था की गयी है।
घाट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
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कांवड़ियों की सुविधा व सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस व प्रशासन ने इस बार सरयू नदी कटरा घाट पर बेहतर इंतजाम किए गए है । पानी में बैरीकेडिंग, बैरियर, सीढ़ी, रैंप व प्रकाश की व्यवस्था के साथ नदी में नाव, मोटरबोट व ड्रोन, सीसी कैमरे की मदद से नदी में स्न्नान करने वाले कांवड़ियों की निगरानी की जा रही है।
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वहीं पीएसी, जलपुलिस, एसडीआरएफ सहित स्थानीय व गैरजनपद के सैकड़ो की संख्या में पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात किए गए हैं। श्रद्धालु गहरे पानी में न जाएं इसके लिए पुलिस व प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी मोटरबोट पर सवार होकर बार-बार कांवड़ियों से सुरक्षा रस्से के भीतर रहकर स्नान करने की अपील कर रहे हैं।
गोंडा-लखनऊ फोरलेन हाइवे पर आवागमन प्रतिबंधित
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लखनऊ से गोंडा जाने वाला मार्ग को कांवड़ियों की भीड़ के चलते बंद कर दिया गया है। सरयू पुल के पहले पुलिस की ओर से लगाए गए बैरियर से छोटे-बड़े किसी वाहन को निकलने नहीं दिया जा रहा है। सड़कों पर महज एम्बुलेंस और अधिकारियों के वाहन ही दौड़ते दिखाई दे रहे हैं। कांवड़ियों को जलाभिषेक में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने गोंडा-लखनऊ मार्ग का डायवर्जन बुधवार की रात से ही डायवर्जन लागू किया है।
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