खतरे से 2 मीटर नीचे बह रही गंगा, मिर्जापुर में बारिश-बाढ़ से 30 से अधिक गांव हुए प्रभावित, फसल को भारी नुकसान

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Published By Anjali Singh
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मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर जिले के अहरौरा क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस क्षेत्र के 30 से अधिक गांव बारिश और बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। अहरौरा चंदौली मार्ग बंद हो गया है। बाढ़ से कई गांवों के रास्ते बंद है। हजारों एकड़ खड़ी फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। कई मकान ध्वस्त हो गए हैं। 

जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार बाढ़ क्षेत्र का दौरा कर राहत और बचाव कार्य का निरीक्षण कर राजस्व विभाग सहित अन्य विभागों के कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। एक पखवाड़े पहले गंगा नदी के बाढ से जिले के कोन ब्लाक ,छानवे ,चुनार एवं सिखड ब्लाकों के तीन सौ पचास गांव प्रभावित हुए थे। गंगा नदी का बढाव घटने के बाद के बाद फसल नुकसान का राजस्व विभाग द्वारा आंकलन किया जा रहा था कि एक बार फिर गंगा में बढाव ने लोगों की नींद हराम कर रखा है। गंगा नदी पिछले 48 घंटे से दो सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रही है। 

हालांकि अभी गंगा खतरे के बिंदु से लगभग दो मीटर नीचे है लेकिन जिला प्रशासन फिर से बचाव कार्य की तैयारियों में जुट गया है। बाढ़ से अब अहरौरा क्षेत्र चपेट में आ गया है। ऐसा यहां लगातार हो रही बारिश से बांधों के ओवर फ्लो होने पानी छोड़े जाने के कारण है। सिंचाई विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले बाईस साल के बाद यह स्थिति आई है। जमालपुर ब्लाक के मदापुर न्यायपंचायत लकुरा राजस्व गांव के कई मकान ढह गए है।

मदापुर पुल पर चार फुट पानी बह रहा है। जिससे कई गांवों का आपस मे सम्पर्क कट गया है। जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने बताया कि अहरौरा और जरगो बांध के एक साथ कई गेट खोलने पड़े थे। उन्होंने बताया कि अब रोक रोक पानी छोड़ा जा रहा है। श्री गंगवार ने बताया कि रविवार को रात में सभी गेट बंद कर दिए गए थे। सोमवार को पुनः चार गेट खोल कर चार फुट पानी निकाला गया। 

सिंचाई विभाग के इंजीनियर हमारे सम्पर्क में हैं। बांधों को खतरा न हो अचानक भारी न छोड़ा जाय इस दृष्टि से काम हो रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि जिनके घर गिरे हुए हैं, उसके निर्माण के लिए सरकार द्वारा जारी राजज्ञानुसार सहायता किया जाएगा। उन्होंने बताया कि गंगा में फिर से बाढ़ की स्थिति के मद्देनजर पूरी तैयारी कर ली गई है।

अहरौरा क्षेत्र में बाढ़ग्रस्त इलाकों में जहां भी रास्ते बंद है वहां पुलिस बल को तैनात किया गया है।राजस्व विभाग के कर्मचारियों की चौबीस घंटे तैनाती है। फसलों के नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। सरकार द्वारा निर्धारित सहायता राशि प्रदान की जा रही है।

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