बुखार से तपता बच्चा… एक घंटे तक एंबुलेंस का इंतजार, थककर बाइक से ले गए परिजन
बाराबंकी, अमृत विचार : क्षेत्र में तेज बुखार का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है, लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत सामने आने से लोगों में आक्रोश है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) रामनगर पर मरीजों को न तो समय पर उपचार मिल पा रहा है और न ही आकस्मिक सेवाएं। मंगलवार को एंबुलेंस सेवा ठप पड़ने से बुखार से तपते एक मासूम को परिजन मजबूरन बाइक से जिला अस्पताल लेकर गए।
ग्राम अमोली कला निवासी देशराज का आठ वर्षीय पुत्र सुचित तेज बुखार से पीड़ित हो गया। परिजन उसे सीएचसी रामनगर लेकर पहुंचे। चिकित्सकों ने हालत गंभीर देखते हुए बच्चे को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। परिजन करीब एक घंटे तक एंबुलेंस का इंतजार करते रहे, लेकिन वाहन उपलब्ध नहीं हो सका। अंततः थक-हारकर मासूम को मोटरसाइकिल पर बैठाकर जिला अस्पताल ले जाना पड़ा।
गांवों में तेजी से फैलते बुखार ने स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। रामनगर तहसील के बेरिया गांव में भी दर्जनों लोग तेज बुखार से पीड़ित हैं। ग्रामीणों के मुताबिक, अब तक बुखार से दो लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन स्वास्थ्य महकमा स्थिति को गंभीरता से लेने के बजाय लापरवाही बरत रहा है।
हालात का जायजा लेने पहुंचे खंड विकास अधिकारी जितेंद्र कुमार यादव ने ग्राम पंचायत बेरिया में साफ-सफाई की व्यवस्थाएं देखीं और ग्रामीणों को सतर्क रहने के निर्देश दिए। उन्होंने गांवों में दवा छिड़काव और स्वच्छता अभियान तेज करने पर जोर दिया।
इधर सीएचसी अधीक्षक डॉ. प्रणव श्रीवास्तव ने स्वास्थ्य कर्मियों के साथ गांव में कैंप लगाकर मरीजों की जांच की। उन्होंने बताया कि कैंप में 60 से अधिक लोगों का इलाज किया गया, जिनमें 29 मरीज बुखार से पीड़ित पाए गए। सभी की जांच की गई और जरूरी दवाएं दी गईं।
ग्रामीणों का कहना है कि बुखार का प्रकोप बढ़ने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग की ओर से नियमित जांच, साफ-सफाई और एंबुलेंस जैसी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में आमजन को गंभीर परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है।
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