कानपुर : हैलट अस्पताल में आर्थो ओपीडी दंत रोग विभाग में होगी शिफ्ट
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य व हैलट के प्रमुख अधीक्षक ने किया निरीक्षण
कानपुर, अमृत विचार। हैलट अस्पताल में सभी जांचें एक जगह एक ही छत के नीचे हो सके, इसके लिए इमरजेंसी के सामने डायग्नोस्टिक हब का निर्माण किया जाना है। निर्माण के लिए पुराना रैन बसेरा तो तोड़ा जाएगा, इसके साथ ही यूजर काउंटर और आर्थो विभाग के ओपीडी का कक्ष भी ध्वस्त किया जाएगा।
आर्थो ओपीडी को दंत रोग विभाग के कक्ष में शिफ्ट किया जाएगा। ताकि हड्डी संबंधित बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को परेशानी का सामना न करना पड़े। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो.संजय काला और हैलट अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ.आरके सिंह ने मंगलवार को ओपीडी का निरीक्षण किया।
आर्थो विभाग में मरीजों की संख्या देखी और कमरों का स्पेस देखा। इसके बाद वह दंत रोग विभाग की ओपीडी पहुंचे, यहां पर उन्होंने दंत रोग के कक्षों को गहनता से देखा और तय किया कि आर्थो विभाग की ओपीडी का संचालन कुछ समय के लिए दंत रोग के कक्षों में किया जाएगा।
क्योंकि डायग्नोस्टिक हब के निर्माण के लिए पुराना रैना बसेरा तो ध्वस्त किया जाएगा, इसके साथ ही यूजर चार्ज काउंटर, आर्थों ओपीडी व प्लास्टर कक्ष को भी ध्वस्त किया जाएगा। इसके साथ पैथोलॉजी को भी शिफ्ट करना पड़ सकता है। प्राचार्य डॉ.संजय काला ने बताया कि डायग्नोस्टिक हब के लिए चिन्हित क्षेत्र में आने वाले कक्ष ध्वस्त कर नई इमारत तैयार की जाएगी।
आर्थों के मरीजों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े, इसके लिए आर्थों की ओपीडी दंत रोग के कम उपयोगी वाले कक्ष में शिफ्ट की जाएगी। इसके अलावा ओपीडी में जो वर्तमान में कम उपयोग में आने वाले कक्षों का भी इस्तेमाल किया जाएगा। ताकि मरीजों को इलाज के लिए दिक्कतों को सामना न पड़े। डायग्नोस्टिक हब बनने से मरीजों की सभी प्रकार की जांचें एक ही जगह व एक ही छत के नीचे हो सकेगी।
इन जांचों की भी मिलेगी यहां पर सुविधा
प्रो.संजय काला ने बताया कि हैलट अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में जो जांचें अभी हो रही है, वो सभी जांचें निर्माण के बाद डायग्नोस्टिक लैब हब में होगी। इसके अलावा और भी जांचों की सुविधा यहां पर बढ़ेगी। लैब में हर्मोनल एनेलेसिस, कैंसर मारकर, एफएनएसी जांच, रीनल जांच, टिशू मारकर, वेन बयोप्सी समेत आदि जांचों की भी सुविधा बढ़ेगी। जांच के बाद रिपोर्ट लेने सेंटर नहीं आना होगा और मोबाइल पर ही रिपोर्ट पहुंचेगी।
यह मिलेगी सुविधा
1- बेसमेंट में मिलेगी रेडियोलॉजी की सुविधा
2- ग्राउंड फ्लोर पर होगी सैंपल कलेक्शन कक्ष
3- प्रथम तल में होगी जांच आदि की सुविधा
4- द्वितीय तल में लैब टेक्नीशियनों का प्रशिक्षण आदि।
