तालाबों को अमृत सरोवर के रूप में विकसित करें जिला पंचायतें, पंचायती राज मंत्री बोले- रेन वाटर हार्वेस्टिंग को दें प्राथमिकता
लखनऊ, अमृत विचार: उत्तर प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में गिरते भू-गर्भ जल के स्तर पर चिंता प्रकट करते हुए पंचायतीराज मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि इस दिशा में भी जिला पंचायतों को कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देशित किया कि जिला पंचायतें अपनी कार्य योजना में विभिन्न तालाबों को चिन्हित कर उन्हें अमृत सरोवर के रूप में विकसित करें और रेन वाटर हार्वेस्टिंग से सम्बन्धित कार्यों को भी अपनी कार्य योजना में प्राथमिकता दें।
पंचायती राज विभाग के अंतर्गत गुरुवार को पंचायतीराज निदेशालय लोहिया भवन में मुख्य अतिथि ओमप्रकाश राजभर पंचायतीराज एवं अल्पसंख्यक कल्याण वक्फ बोर्ड हज ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में वर्षा जल संचयन, पेयजल एवं स्वच्छता पर संबंधित अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया।
पंचायतीराज मंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की ग्राम पंचायतों को सीमित धनराशि प्राप्त होती है, जिसके कारण स्वच्छता के सम्बन्ध में ग्राम पंचायतों के स्तर से अधिकांश कार्य कराये जाने सम्भव नहीं हो पाते हैं। ऐसी परिस्थिति में उचित होगा कि जिला पंचायतें भी ग्राम पंचायतों में स्वच्छता से सम्बन्धित नाला-नाली का निर्माण कार्य, आरआरसी सेन्टर का निर्माण कार्य, वेस्ट स्टैबलाईजेशन प्लांट आदि को अपनी कार्य योजना में प्राथमिकता के आधार पर शामिल करें।
