बरेली : बांग्लादेशी को पसंद आया बरेली, बन बैठा बंगाली डॉक्टर
चोरी-छिपे आकर खोला क्लीनिक, पुलिस ने किया गिरफ्तार
फतेहगंज पश्चिमी (बरेली), अमृत विचार। फतेहगंज पश्चिमी पुलिस ने गांव बल्लिया में क्लीनिक खोलकर रह रहे बांग्लादेशी युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी फर्जी दस्तावेजों के सहारे पहचान छिपा कर यहां पर लंबे समय से रह रहा था। आरोपी ने दिल्ली के पते पर फर्जी दस्तावेज बनवाए थे। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान सुन्दर महाल बारारिया बतिया गाटा खुलना ढाका बांग्लादेश निवासी राजू उर्फ राज मंडल के रूप में हुई है।
फतेहगंज पश्चिमी थाना प्रभारी अभिषेक कुमार ने बताया कि बंग्लादेशियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस को जानकारी मिली कि गांव बल्लिया में बंग्लादेशी युवक रह रहा है और बंगाली दवाखाना खोलकर लोगों का इलाज कर रह रहा है। सूचना मिलने के बाद उसे बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि आरोपी राजू उर्फ राजमंडल को फतेहगंज पश्चिमी इलाका इतना पसंद आया कि एक बार वैध तरीके से आने के बाद दोबारा चोर रास्ते से भारत में आ गया। पुलिस पूछताछ में आरोपी राजू ने बताया कि वह 2017 में वीजा लेकर बांग्लादेश से बरेली आया था। वीजा की अवधि समाप्त होने पर अगली साल 2018 जून में वापस चला गया, लेकिन रोजगार की संभावना के चलते बरेली उसके दिल दिमाग में बसा था। उसने दोबारा वीजा लेने का प्रयास किया।
पुलिस के अनुसार आरोपी ने बताया कि जब उसे दोबारा वीजा नहीं मिला तो उसने बिना वीजा के भारत आने की ठान ली। बचते-बचाते चोरी से वह दिल्ली में आ गया। यहां उसने फर्जी तरीके से आधार कार्ड, पैन कार्ड समेत जरूरी दस्तावेज बनवा लिए। एक साल दिल्ली में रहने के बाद वह वर्ष 2021 में आकर गांव बल्लिया निवासी छत्रपाल साहू के घर में किराये पर रहने लगा। पास में ही गांव के साबिर हुसैन के मकान में बंगाली क्लीनिक खोलकर लोगों का इलाज करने लगा। ग्रामीणों से अच्छे व्यवहार से पेश आने के कारण उसकी खूब कमाई भी होने लगी। इसी बीच किसी ने उसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस उधर जांच कर रही थी कि आरोपी को भनक लगी और वह ढाई महीने पहले क्लीनिक बंद करके दिल्ली चला गया। दोबारा से यहां आया और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
लंबे समय से यहां पर रह रहे बांग्लादेशी युवक को गिरफ्तार किया गया है। जो यहां पर क्लीनिक खोलकर बंगाली डॉक्टर बन गया था। उससे पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया। आरोपी इससे पहले भी जिले में रह चुका था। -मुकेश चन्द मिश्रा, एसपी उत्तरी।
