सामाजिक, साम्प्रदायिक व राजनीतिक हालात बिगाड़ने का षडयंत्र: मायावती
पंचायत चुनाव के साथ बिहार चुनाव की तैयारियों को लेकर बसपा प्रमुख ने संगठन पदाधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक, जरूरी दिशा-निर्देश दिए
लखनऊ, अमृत विचार: राज्य सरकार समेत अन्य प्रांतों की सरकारों को घेरते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि धार्मिक स्थलों एवं उनके संतों, गुरुओं व महापुरुषों का निरादर करके प्रदेशों में सामाजिक, सांप्दारयिक तनाव बढ़ रहा है। ये हालात ठीक नहीं हैं। आगे होने वाले चुनावों में पार्टी को सशक्त बनाने के लिए उन्होंने पार्टी के पदाधिकारियों को गांव-गांव में बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने मंगलवार 9 सितंबर को बसपा संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम को सफल बनाने पर जोर दिया।
बसपा प्रमुख रविवार को माल एवन्यू रोड स्थित पार्टी कार्यालय में संगठन पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षा बैठक् कर रही थीं। उन्होंने पार्टी संगठन के गठन व जनाधार को जमीनी स्तर पर बढ़ाने के लिए जिला मुख्यालयों से लेकर बूथ स्तर पर कमेटी गठन को लेकर चलाए जा रहे अभियान को गति देने के लिए जरूरी निर्देश दिए।
केंद्र सरकार को नसीहत
अमेरिका द्वारा लगाए गए ''ट्रंप टैरिफ'' पर केंद्र सरकार को नसीहत देते हुए मायावती ने कहा कि नीतियों में सुधारवादी रवैया अपनाकर भारत का सम्मान बचाएं। उन्होंने कहा टैरिफ से नई चुनौतियां उभरी हैं। चुनौतियों से उबरना जरूरी है, अन्यथा देश के दलितों की गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, अशिक्षा, घरों से दूर पलायन की विवशता आदि की समस्याएं और भी जटिल हो जाएंगी।
कांशीराम पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल होंगी मायावती
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि इस बार कांशीराम की पुण्यतिथि का कार्यक्रम ''मान्यवर श्री कांशीराम जी स्मारक स्थल'' में होगा। इसमें वह खुद कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगी। कार्यक्रम में आगे की राजनीतिक रणनीति बिन्दुओं पर चर्चा की जाएगी।
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