बाराबंकी: आपराधिक वाद छिपा प्रमोशन पाने वाले एसोसिएट प्रोफेसर की पुलिस को तलाश
18 साल पुराने मामले में अदालत से गैर जमानती वारंट, कोर्ट ने घोषित किया भगोड़ा, जांच कमेटी गठित
रामनगर/बाराबंकी, अमृत विचार। 18 साल पहले अपहरण के मामले में आरोपी रामनगर परास्नातक महाविद्यालय के प्रवक्ता के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी है और वह पुलिस के लिए वांछित हैं। उधर एसोसिएट प्रोफेसर कालेज से करीब दो सप्ताह से भी अधिक समय से गायब चल रहे हैं। इस मामले का सबसे अहम पहलू यह कि प्रवक्ता ने उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक वाद छिपाकर पदोन्नति भी हासिल कर ली, जिसको लेकर न सिर्फ गायब प्रवक्ता बल्कि कालेज प्रशासन भी संदेह के घेरे में आ गया है।
बताते चलें कि रामनगर पीजी कालेज में बतौर हिन्दी विभागाध्यक्ष तैनात डा. अखिलेश वर्मा के खिलाफ हरदोई जिले के माधोगंज थाने में वर्ष 2007 में युवक के अपहरण का मामला 218/2013 अपराध संख्या के तहत दर्ज हुआ था। जिसके वादी पीड़ित भगवानदीन निवासी ग्राम थमरवा हरदोई थे। इस मामले में प्राध्यापक ने बचाव की हरसंभव कोशिश की पर अदालत की अवमानना में उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो गया।
कोर्ट के आदेश पर भगोड़ा घोषित प्रवक्ता को पुलिस सिरे से तलाश रही है। इस बीच बहराइच जिले के रिसिया में अध्यापन कार्य कर रामनगर पीजी कालेज में तैनाती पाने के बाद प्रवक्ता डां अखिलेश कुमार वर्मा ने वर्ष 2010 में खुद पर चल रहे आपराधिक वाद को छिपाते हुए एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर पदोन्नति प्राप्त कर ली। इस पूरे घटनाक्रम की शिकायत लिखित पीड़ित राजेन्द्र कुमार ने जिला प्रशासन से लेकर शासन और उच्च शिक्षा विभाग तक कर रखी है।
वहीं सवाल भी उठाया है कि आपराधिक वाद दर्ज होने के बावजूद उन्हे पदोन्नति किस आधार पर दे दी गई। पुलिस द्वारा संपूर्ण विवेचना के उपरांत केस में डां अखिलेश कुमार वर्मा के विरुद्ध चार्जशीट न्यायालय में दाखिल कर रखी है। इस बीच भनक लगते ही कालेज के प्रवक्ता डा अखिलेश छुट्टी पर चले गए पर वह दो सप्ताह से भी अधिक समय से गायब चल रहे हैं।
इस सम्बंध में कालेज के प्राचार्य डा. कौशलेन्द्र विक्रम मिश्र से बात की गई तो उनका कहना था कि वर्ष 2007 में अपहरण के केस से संबंधित गैरजमानती वारंट एवं तत्थ छुपाकर नौकरी करने के संबंध में एक शिकायती पत्र प्रबंध सचिव/ उपजिलाधिकारी गुंजिता अग्रवाल के द्वारा प्राप्त हुआ है, जिसकी जांच चल रही है।
इस सम्बंध में उपजिलाधिकारी रामनगर व पीजी कालेज की सचिव गुंजिता अग्रवाल ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है। प्रवक्ता ने अवकाश का प्रार्थना पत्र दे रखा है। जिला स्तरीय जांच टीम का गठन कर तहकीकात कराई जायेगी, जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।
