लखीमपुर खीरी : प्रसव के दौरान महिला की मौत पर हंगामा, परिजनों ने शव रख जाम की सड़क
भानपुर/बिजुआ, अमृत विचार। थाना भीरा क्षेत्र के धर्मापुर स्वास्थ्य उपकेंद्र में मंगलवार सुबह प्रसव के दौरान महिला की मौत से हड़कंप मच गया। गुस्साए परिजनों ने शव सड़क पर रखकर घंटों जाम लगाया और स्वास्थ्य कर्मियों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए एएनएम के खिलाफ एफआईआर की मांग पर अड़ गए। हालांकि पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने उन्हें काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। एफआईआर दर्ज होने के बाद छह घंटे बाद जाम खुल सका। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
गांव मेड़ईपुरवा निवासी महेश गुप्ता उर्फ कल्लू की पत्नी सरिता गुप्ता (27) को सोमवार रात करीब 10:30 बजे प्रसव पीड़ा होने पर धर्मापुर एएनएम सेंटर लाया गया था। परिजनों के मुताबिक ड्यूटी पर तैनात एएनएम सुमन पाल ने डिलीवरी कराई। इसी दौरान महिला की हालत बिगड़ने लगी। परिजनों का आरोप है कि स्टाफ ने मरीज से 550 रुपये और सफाईकर्मी के लिए 350 रुपये की मांग की। 630 रुपये देने के बावजूद 450 रुपये और मांगे गए। विरोध करने पर स्टाफ ने मरीज को रेफर करने की बजाय डांटकर भगा दिया और एंबुलेंस बुलाने में भी टालमटोल की। मजबूर होकर परिजन निजी वाहन से जिला अस्पताल ले जा रहे थे कि रास्ते में सरिता की मौत हो गई।
हालांकि नवजात बच्ची सुरक्षित है। मौत की खबर फैलते ही परिजन और ग्रामीण शव लेकर धर्मापुर लिंक रोड पर जुट गए और रिमझिम बारिश के बीच सड़क जाम कर दिया। सूचना पर भीरा थाना प्रभारी गोपाल नारायण सिंह पीएसी और भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया। परिजन आरोपी एएनएम पर एफआईआर, मुआवजा दिलाने और सीएमओ से जांच की मांग पर अड़े रहे। हालात बिगड़ने पर सीएचसी अधीक्षक बिजुआ सुभाष वर्मा, तहसीलदार पलिया ज्योति वर्मा, कानूनगों विजेंद्र शुक्ला और लेखपाल मनोज शुक्ला मौके पर पहुंचे।
अधिकारियों ने परिजनों को सांत्वना देते हुए कार्रवाई का भरोसा दिलाया, लेकिन परिवार के लोग नहीं माने। इसके बाद थाना भीरा पुलिस ने एएनएम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की और उसकी कॉपी परिजनों को उपलब्ध कराई। तब जाकर परिजन माने और शव पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। ग्रामीणों का कहना है कि समय पर उचित इलाज मिलता तो महिला की जान बचाई जा सकती थी। परिजनों ने दोषी स्वास्थ्य कर्मियों पर सख्त कार्रवाई और मृतका के बच्चों के पालन-पोषण हेतु मुआवजे की मांग की है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
दो मासूम बच्चों को छोड़ गई मां
सरिता अपने पीछे दो छोटे बच्चों को छोड़ गई है। उसकी एक बेटी माहि गुप्ता (4) और बेटा देव गुप्ता (2 वर्ष)। मां की अचानक मौत से बच्चों सहित पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
यह पहली घटना नहीं है इससे पहले भी इस केंद्र पर की लापरवाही से दो की जान जा चुकी थी यह आज तीसरी घटना है। मृतक सरिता के पति ने बताया एनम की लापरवाही से हमारी पत्नी की मौत हुई रुपए एनम ने रुपए की मांग की न देने से लापरवाही दिखाई गई। कल्लू मजदूरी कर कर बच्चों व पत्नी का पेट भरता था जिससे पत्नी की मौत के बाद मेरे बच्चे किसके सहारे रहेंगे। सिंह प्रभारी निरीक्षक थाना भीरा गोपाल नारायण ने बताया कि मृतक महिला के पति की तहरीर पर एएनएम के खिलाफ सुसंगत धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
