Bareilly : सालों से कर रहे रामलीला में अभिनय, अब असल जिंदगी में भी रच बस गए पात्र
अभिषेक मिश्रा, बरेली। 457 से चली आ रही ऐतिहासिक चौधरी तालाब रामलीला में अभिनय करने आए कलाकारों की कहानी भी दिलचस्प है। भैरव बाबा आदर्श राम लीला मंडल के कलाकारों से जब उनके अभिनय से जुड़ने और अभिनय के साथ जीवनयापन के तौर-तरीकों की पड़ताल की गई तो सभी ने स्वीकारा कि मंचन से जो धन अर्जित होता है, उसी से जीवन की गाड़ी चलाते हैं। बड़ी शिद्दत के साथ लंबे समय से अभिनय करने के कारण रामलीला के पात्र उनके कैरेक्टर में रच बस गए हैं।
अभिनय जीवन का अहम हिस्सा बन गया है। इसमें कोई कलाकार 40 साल से राजा जनक तो कोई राम, लक्ष्मण और रावण का किरदार सालों से निभाता आ रहा है। ज्यादातर कलाकार सीतापुर और लखीमपुर खीरी जनपद के रहने वाले हैं। रामलीला मंडल के संचालक किशोरी लाल शर्मा है। शुक्रवार को अमृत विचार की टीम ने रामलीला मंडल के संचालक समेत अन्य कलाकारों से बात की तो उन्होंने बताया कि रामलीला और रासलीला का मंचन करना जीवन का हिस्सा बन गया है। मंचन ही कमाई का जरिया है। जब तक यह काम चलता है, तब तक वह मंचन ही करते हैं, उसके बाद घर का कार्य करते हैं। वह बताते हैं वह जन्माष्टमी से पहले ही रामलीला मंडलों से जुड़ जाते हैं, जो संचालक उन्हें सही लगता है वह उसके साथ काम करना पसंद करते हैं। दूसरी जगह काम करने नहीं जाते हैं। जो है वह मंचन के कार्य से धनराशि मिलती है उससे ही अपने घरों का खर्चा चलाते हैं
40 सालों से निभा रहे राजा जनक का किरदार
सीतापुर के रहने वाले हनुमान प्रसाद पिछले 40 साल से राजा जनक का किरदार का निभा रहे हैं । उन्होंने बताया कि रामलीला में मंचन करना उनके लिए सौभाग्य की बात है, जिसे वह पूरी श्रद्धा भाव के साथ निभा रहे हैं। हनुमान प्रसाद ने अपने जीवन में सैकड़ों पात्रों का अभिनय किया है, लेकिन मुख्य रूप से राजा जनक, वशिष्ठ और विश्वामित्र के पात्रों को निभाया है। उनका कहना है जब तक सांस है तब तक वह अपने अभिनय कला को पूरी ईमानदारी के निभाते रहेंगे। लखीमपुर खीरी के रहने वाले पंकज शर्मा भी पिछले 15 साल से रावण का किरदार निभा रहे हैं। अभिनय करना पसंद होने के कारण ही इसे अपनी जीविका का जरिया बना लिया। पंकज ने कहा कि यह किरदार नकारात्मक होने के बाद भी वह गर्व से इस किरदार को निभाते चले आ रहे हैं।
माता सीता का किरदार निभाना सम्मान की बात
ललित शर्मा राम, कन्हैया शर्मा लक्ष्मण एवं अंगद शर्मा सीता का किरदार निभा रहे हैं। अंगद शर्मा रामलीला में माता सीता के पात्र के रूप में अभिनय कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि माता सीता के पात्र का अभिनय करना सम्मान की बात है। मैं इसे बड़ी श्रद्धा भाव से करता हूं। वह इस पात्र के किरदार को 12 साल की आयु से कर रहे है जिसे निभाते हुए उन्हें 15 साल बीत चुके हैं।
बृजकिशोर गौड़ के पास है रामलीला के अधिकांश किरदारों को निभाने का कौशल
सीतापुर के कहने रहने वाले बृजकिशोर गौड़ रामलीला में मुख्य रूप से हनुमान के किरदार को निभाने के लिए जाते हैं। उन्होंने बताया की हनुमान जी का किरदार उनकी पहचान बन चुका है। बृजकिशोर का कहना है कि रामलीला में अभिनय करना उन्हें बहुत अच्छा लगता है। वह पिछले 30 वर्षों से रामलीला में अभिनय कर रहे हैं, इसलिए वह कोई भी पात्र आसानी से कर लेते हैं, उसे करने के लिए उन्हें रिहर्सल की भी जरूरत नहीं होती है।
कलाकारों की बात
ललित शर्मा ने बताया कि भगवान राम की भूमिका निभाना बहुत अच्छा लगता है इसे मैं पूरी पवित्रता और सम्मान से 11 सालों से निभाता आ रहा हूं। अंगद शर्मा कहते हैं कि माता सीता का किरदार निभाना सम्मान की बात है जिसे पिछले 15 सालों से श्रद्धा भाव से निभा रहा हूं। कन्हैया शर्मा ने बताया कि मैं भगवान लक्ष्मण की भूमिका निभाता हूं। इसे मैं 11 साल की उम्र से निभा रहा हूं और पिछले 12 सालों से लगातार निभाता आ रहा हूं। बृजकिशोर गौड़ कहते हैं कि हनुमान का किरदार निभाते हुए यह किरदार मेरी पहचान बन चुका है। लोग अब हनुमान के किरदार के रूप में जानते हैं। हनुमान प्रसाद का कहना है कि अपने जीवन में अब तक कई पात्रों के किरदार निभाए हैं, लेकिन मुख्य रूप से जनक, वशिष्ठ और विश्वामित्र के किरदार निभाता हूं। पंकज शर्मा के मुताबिक रावण का किरदार निभाना अपने आप में चुनौती है, इसे मैं पिछले 15 साल से पूरी लगन से निभा रहा हूं।
