बाराबंकी : एफआईआर में शामिल हों पुलिसकर्मियों के नाम, भीम आर्मी सदस्य के परिजनों ने किया प्रदर्शन
बाराबंकी, अमृत विचार। भीम आर्मी के सदस्य अशोक कुमार की मौत के मामले में परिजनों ने आर पार की लड़ाई का मूड बना लिया है। शनिवार को जिला मुख्यालय पहुंचे परिजनों व पार्टी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने असल तहरीर की जगह मनमाफिक रिपोर्ट दर्ज की है, वहीं प्रकरण के मुख्य आरोपी एसओ व एसआई का नाम दर्ज रिपोर्ट में शामिल ही नहीं किया गया है।
बताते चलें कि जैदपुर थाना क्षेत्र के ग्राम मौथरी निवासी एवं भीम आर्मी के सदस्य अशोक कुमार ने गांव में ही फांसी लगाकर जान दे दी थी। इस मामले में परिजनों ने पुलिस पर मांगे गए रुपये न देने पर प्रताड़ित करने आदि के आरोप लगाए थे। हालांकि पुलिस ने आरोपी रामू समेत कई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के बाद तीन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जबकि अन्य फरार चल रहे हैं।
शनिवार को मृतक अशोक कुमार के परिजन जिला मुख्यालय पर गन्ना संस्थान पहुंचे और भीम आर्मी के पदाधिकारियों के संग विरोध जताया। आरोप लगाया कि परिजनों की ओर से दी गई तहरीर के बजाए अपनी मर्जी से रिपोर्ट दर्ज की गई, वहीं सुसाइड नोट में दिए गए पुलिसकर्मियों के नाम रिपोर्ट में शामिल नहीं किए गए।
पिता केशवराम व परिजन धर्मराज ने बताया कि उनसे सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाकर अपने मन से तहरीर तैयार कर ली गई। परिजनों का कहना है कि जब तक सुसाइड नोट के अनुसार एसओ व एसआई के नाम शामिल नहीं किए जाते तब तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी।
