कानपुर में सीएम ग्रिड का बुरा हाल : 1 साल में एक भी सड़क पूरी नहीं, ठेकेदार-अधिकारी बेपरवाह
13 से अधिक सड़कों का शिलान्यास, एक का कार्य भी 50 फीसदी नहीं पहंचा, ड्राइंग भी बदलती गई
कानपुर, अमृत विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजना सीएम ग्रिड का शहर में बुरा हाल है। 9 महीने पहले सीएम ग्रिड योजना के तहत अलग-अलग फेज की सड़कों के निर्माण के लिए शिलान्यास कर दिया गया लेकिन आज भी खड़कें खस्ताहाल हैं।
योजना में कर्रही मार्ग, किदवई नगर मार्ग, नौबस्ता, ग्रीनपार्क से घंटाघर जाने वाले मार्ग पर सिर्फ गड्ढे खोदे गए हैं। कई सड़कों पर तो एक वर्ष से ऊपर हो गया लेकिन डक्ट निर्माण के अलावा कोई कार्य पूरा नहीं हो सका। जिसके बाद निर्माण एजेंसी से लेकर ठेकेदारों और अधिकारियों पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
शासन ने सीएम ग्रिड योजना फेज-1 और फेज-2 के तहत पांच-पांच सड़कों के निर्माण के लिए नगर निगम को दो-दो सौ करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। फेज-1 के तहत नगर निगम ने छह से आठ महीने पहले एक-एक कर कर्रही रोड, यशोदानगर 80 फीट रोड, घंटाघर-ग्रीन पार्क चौराहा रोड, बाबाकुटी चौराहा से मार्बल मार्केट होते हुए किदवईनगर के-ब्लॉक तक और कल्याणपुर बगिया क्रॉसिंग से केसा चौराहा तक सड़क निर्माण के लिए शिलान्यास भी कराया।
निर्माण पूरा करने की डेडलाइन 18 माह है पर अभी तक 25 प्रतिशत काम तक नहीं हुआ। कई सड़कों पर तो स्थित ऐसी है कि 10 फीसदी ही कार्य हुआ है। सबसे खराब हालत बर्रा बाईपास को हमीरपुर रोड से जोड़ने वाली कर्रही रोड की है। बर्रा बाईपास से सटी इस व्यस्त सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। वाहन सवार हिचकोले खाते हुए आने-जाने के लिए मजबूर हैं। ई-रिक्शे ऑटो गड्ढों में फंसते, पलटते रहते हैं।
कल्याणपुर बगिया क्रासिंग से केसा चौराहा रोड की भी खराब हालात है, इस सड़क का निर्माण सबसे पहले शुरू हुआ था, लेकिन आज भी काम पूरा नहीं हुआ है। ग्रीनपार्क से घंटाघर तक बनने वाली सड़क की ड्राइंग कई बार बदल चुकी है। यहां ठेकेदार ने परेड के आगे ग्रीनपार्क चौराहे तक फुटपाथ खोद रखा है।
इससे सड़क तो सकरी हो गई है साथ ही धूल मिट्टी से राहगीर परेशान हैं। गोपालनगर में महेंद्र पैलेस चौराहे से गुप्ता चौराहा और वहां से बसंत विहार चौराहे की तरफ 80 फीट रोड के दोनों तरफ सीवर लाइन बिछाने, नाला बनाने, यूटिलिटी डक्ट बनाने के लिए 6 महीने पहले कई जगह खोदाई कराई थी पर किसी भी स्थान पर निर्माण पूरा नहीं हुआ।
इसी तरह बाबाकुटी के-ब्लॉक रोड के लिए खोदाई की गई। यहां मार्बल मार्केट के दुकानदारों के साथ ही यहां रहने वाले लोग प्रभावित हैं। किदवई नगर लेबर कॉलोनी के बाहर बनी दुकानों को तोड़ने के लिए क्रॉस का निशान लगाया गया है लेकिन इसे तोड़ा नहीं जा सका है। इसकी वजह से कार्य प्रभावित है। बता दें कि योजना के तहत तीन चरणों में शहर की 13 सड़कों का निर्माण कार्य होना है। इन सड़कों पर लगभग 350 करोड़ रुपये खर्च होने हैं।
नगर निगम अधिकारी दे रहे सफाई
घण्टाघर से ग्रीनपार्क का कार्य धीमा है। अधिशाषी अभियंता आरके तिवारी ने इस संबंध में स्पष्टीकरण दिया है कि डीपीआर में सीवर लाइन और वाटर लाइन यूटिलिटि के शिफ्ट करने का प्राविधान नहीं था। जिससे समय से कार्य शुरू नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि ड्राइंग में भी परिवर्तन करना पड़ा। इसके साथ ही बरसात से समस्या बढ़ी है।
