Deepotsav 2025: जगमग होंगे अयोध्या के वार्ड, फूलों से सजेगा रामपथ...रामायण काल की झलक दिखाएगा पुष्पक विमान
अयोध्या, अमृत विचार: सनातन संस्कृति का केंद्र अयोध्या प्रभु श्रीराम के आगमन की खुशी में दीपोत्सव से जगमग होने के लिए तैयार है। नौंवे दीपोत्सव को ऐतिहासिक और अविस्मरणीय बनाने के लिए नगर निगम भी तैयारियों के साथ आगे आ रहा है। पर्व पर अयोध्या केवल दीपों से ही जगमग नहीं होगी। फूलों की सजावट और स्वच्छता से संकल्पित दिखेगी। नगर निगम प्रत्येक वार्ड को दीपों की ज्योति से प्रकाशित कराने की रणनीति पर है।
प्रत्येक पार्षद को वार्ड में 15 सौ दीप वितरित करने का दायित्व सौंपा गया है। दीप घरों के साथ गुप्तार घाट और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को भी आलोकित करेंगे। रामपथ, भक्ति पथ और अन्य प्रमुख मार्गों की रेलिंग फूलों की मालाओं से सजाई जाएगी, जो अयोध्या की शोभा को और निखारेगी। पुष्पों की सुगंध और दीपों की रोशनी से नगरी ऐसी प्रतीत होगी, मानो स्वयं प्रभु श्रीराम के स्वागत में सज-धज कर तैयार हो।
नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार ने बताया कि स्वच्छता के प्रति योगी सरकार का संकल्प दीपोत्सव में स्पष्ट झलक रहा है। अयोध्या धाम को निर्मल और स्वच्छ रखने के लिए नियमित/आउटसोर्सिंग के अतिरिक्त 1546 सफाई कर्मियों की फौज उतारी गई है। 54 सुपरवाइजर्स की देखरेख में ये कर्मी दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। संपूर्ण मेला क्षेत्र में चूना छिड़काव, एंटी-लार्वा दवा का उपयोग और फॉगिंग की व्यवस्था की गई है, ताकि नगरी की पवित्रता और सुंदरता में कोई कमी न रहे।
यह स्वच्छता अभियान न केवल अयोध्या के निवासियों, बल्कि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी एक सुखद अनुभव होगा। श्रद्धालुओं के आगमन के मद्देनजर धाम के सभी क्षेत्रों में सामुदायिक/सार्वजनिक शौचालयों के अतिरिक्त प्रसाधन के लिए प्रमुख स्थलों पर केयर टेकर के साथ 30 मोबाइल टॉयलेट की स्थापना की जाएगी। रात्रि में कार्यक्रम के बाद घाटों से दीये हटवाने व बालू छिड़काव की व्यवस्था की गई है।
अयोध्या नगर क्षेत्र के 983 इंडिया मार्का टू हैण्डपम्पों की मरम्मत की जा रही है। नगर क्षेत्र में पाइप लाइन लीकेज की मरम्मत, नलकूपों का नगर विकास विभाग से महत्वपूर्ण स्थलों पर औद्यानिकी एवं चौराहों पर फूलों की सजावट एवं विभिन्न स्थलों पर चित्रात्मक पेंटिंग के कार्य कराए जा रहे हैं। आम लोगों के सहयोग से वार्डों में अवस्थित मठ/मन्दिरों की सजावट एवं दीप प्रज्वल्लन की तैयारी है। निगम क्षेत्र को पॉलीथिन मुक्त रखने एवं सम्पूर्ण कार्यक्रम को जीरो वेस्ट मनाए जाने का आग्रह कि जा रहा है।
रामायण काल की झलक दिखाएगा पुष्पक विमान
दीपोत्सव समारोह में राम की पैड़ी पर बनाया जा रहा भव्य पुष्पक विमान श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए सबसे बड़ा आकर्षण और सेल्फी प्वॉइंट बनने जा रहा है। त्रेतायुग की उस अलौकिक कथा को, जब भगवान श्रीराम लंका विजय के बाद पुष्पक विमान से अयोध्या लौटे थे, इस दीपोत्सव में वास्तविक रूप में साकार किया जा रहा है। राम की पैड़ी के किनारे बन रहा यह राजशाही लुक वाला पुष्पक विमान अयोध्या की पहचान को नया आयाम देगा। इसकी लंबाई 32 फिट, ऊंचाई 25 से 30 फिट, और चौड़ाई 20 फिट होगी।
राम की पैड़ी पर बन रहा नया सेल्फी प्वॉइंट
मोर की आकृति पर आधारित इस डिजाइन को ईपीसी सीट पर तैयार किया जा रहा है, जिससे विमान हल्का, आकर्षक और लंबे समय तक संरक्षित रह सके। अयोध्या, लखनऊ और वाराणसी के शिल्पकार मिलकर इस पुष्पक विमान को आकार दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा चयनित कार्यदाई संस्था सार्क मीडिया के सौरभ कुमार सिंह का कहना है कि उनका लक्ष्य दीपोत्सव के दौरान ऐसा वातावरण तैयार करना है, जो न केवल दर्शनीय रूप से आकर्षक हो बल्कि अयोध्या के समृद्ध सांस्कृतिक मूल्यों को भी प्रतिबिंबित करे।
सरयू की कलकल में दमकता रामनगरी का वैभव
अयोध्या, भगवान श्रीराम की जन्मभूमि, जहां हर पत्थर रामकथा की गूंज रखता है, आज फिर दीपों की माला से सज रही है। 2025 का दीपोत्सव, जो 18 से 20 अक्टूबर तक चलेगा, मुख्य रूप से 19 अक्टूबर को चरम पर होगा। यह न सिर्फ रोशनी का त्योहार है, बल्कि पौराणिक आस्था का जीवंत चित्रण। जहां राम का वनवास समाप्ति पर लौटना, रावण पर विजय और अयोध्या के दीपों से स्वागत की कथा, आज भी हृदय स्पंदित करती है।
रामायण की इस अमर गाथा को जीवंत करने के लिए इस बार सरयू के 56 घाटों पर 28 लाख दीये जगमगाएंगे, जो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने का संकल्प लिए हैं। राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा के बाद यह नौंवा दीपोत्सव है, जो हर एक को आध्यात्मिक ऊर्जा से और भी प्रदीप्त कर रहा है। राम की पैड़ी घाट पर गुरुवार को स्वयंसेवक दीयों को सजाने में लगे हुए थे। पास ही एक बुजुर्ग पुजारी, पंडित रामेश्वर दास भी बच्चों के साथ दीये सजाते हुए रुके। बोले बेटा, यह दीपोत्सव सिर्फ रोशनी नहीं, राम की विजय का प्रतीक है। उन्होंने हाथ में एक छोटा सा दीया थामे कहा राम ने 14 वर्ष वनवास काटा, रावण का संहार किया और जब वे पुष्पक विमान से लौटे, तो अयोध्या ने दीपों से उनका स्वागत किया।
सजने लगी दीपों की माला
आज भी हम वही कथा जीते हैं। राम मंदिर के दर्शन के बाद यह उत्सव और पवित्र हो गया है,मानो स्वयं राम लौट आए हों। उनकी इस तरह की भावनाओं से वाल्मीकि रामायण की पंक्तियां गूंज रही थीं ''''दीप प्रज्वलित करि नगर नारी नर बृंद...''''। इस बार का दीपोत्सव, जो 17 से 20 अक्टूबर तक चलेगा, पिछले वर्षों से कहीं अधिक अनोखा और भव्य होगा।
सांझ ढलते ही उत्सव का वातावरण, घर से ही जलाए राम के नाम दिये
शाम ढलते ही सरयू घाट पर भीड़ उमड़ पड़ी। पर्यटकों, श्रद्धालुओं और स्थानीयों का मेला सा लग रहा था। पास खड़ी एक युवा जोड़ी जो दिल्ली से आई नेहा और उसके पति राहुल, मोबाइल पर ''''दिव्य अयोध्या'''' ऐप चला रहे थे। बोले हम घर से एक दिया राम के नाम कैंपेन में शामिल हुए थे, नेहा बोलीं ऐप से वर्चुअल दिया जलाया, तो प्रसाद के रूप में अयोध्या की मिट्टी और सरयू जल घर पहुंच गया। राम ज्योति, सीता ज्योति या लक्ष्मण ज्योति पैकेज चुनकर हमने भाग लिया।
घाटों और पथों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए सज रहे मंच
घाटों और पथों पर सांस्कृतिक मंच सज चुके हैं। एक बड़े स्टेज पर लोक नृत्य, शास्त्रीय संगीत और रामलीला के दृश्य प्रस्तुत होगें। लाइटिंग से आकाश रंगीन हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विजन साफ झलक रहा था। पास ही एक स्थानीय दुकानदार रामू चायवाले बोले भैया, यह उत्सव हमारी संस्कृति की झांकी है। राम मंदिर के बाद पर्यटन बढ़ा, रोजगार मिला।
रामपथ पर पान या गुटखा खाकर थूका, तो होगी कार्रवाई
अयोध्या, अमृत विचार। अब किसी ने रामपथ पर पान या गुटखा खाकर थूका तो उसकी खैर नहीं, ऐसे लोगों के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। दीपोत्सव के दौरान रामनगरी को सुंदर व स्वच्छ रखने के लिए ऐसा निर्णय लिया गया है। चप्पे-चप्पे पर लगाए गए सीसीटीवी से सुरक्षा के साथ इसकी भी निगरानी की जा रही है। बताया जा रहा है कि यदि किसी ने ऐसा किया तो सीसीटीवी से उसकी फोटो खींचकर उस स्थल के निकट पर तैनात पुलिसकर्मियों को इसकी सूचना दी जाएगी। यलो जोन सुरक्षा में तैनात सीओ आशुतोष तिवारी ने लोगों से अपील की कि वह अयोध्या को स्वच्छ व सुंदर बनाने में सहयोग दें।
ये भी पढ़े :
सीएम का तबादला गिफ्ट... 100 शिक्षक-प्रधानाचार्य घर मनायेंगे दीपावली, जून से लटकी ट्रांसफर की प्रक्रिया फिर शुरू
