Rain in Tamil Nadu: आठ जिलों में रेड अलर्ट जारी, सीएम स्टालिन ने स्थिति की समीक्षा की, दिए निर्देश
चेन्नई। तमिलनाडु में उत्तर-पूर्व मानसून के तेज होने के बीच क्षेत्रीय मौसम कार्यालय ने मंगलवार को कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की। वहीं राज्य के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की और बारिश को देखते हुए एहतियाती उपाय करने के निर्देश दिये।
स्टालिन ने उन जिलों में निगरानी अधिकारी के रूप में आईएएस अधिकारियों को तैनात करने का निर्देश भी दिया, जहां भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) चेन्नई की निदेशक बी अमुधा ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना एक निम्न दबाव का क्षेत्र एक सुस्पष्ट निम्न दबाव क्षेत्र में तब्दील हो गया है और चेन्नई से करीब 400 किलोमीटर दूर स्थित है।
मंगलवार को मीडिया को जानकारी देते हुए आरएमसी निदेशक ने कहा कि यह संभावित चक्रवात में तब्दील हो सकता है। अमुधा ने कहा, ‘‘कल दोपहर तक, इस प्रणाली के मज़बूत होकर एक दबाव क्षेत्र में बदलने की संभावना है। ऐसा उत्तरी तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटों पर होने की उम्मीद है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अभी, 20 अक्टूबर को दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर जो प्रणाली एक गहरे निम्न-दाब क्षेत्र के रूप में बनी थी, वह उसी तीव्रता के साथ बनी हुई है।’’
अमुधा के अनुसार, मंगलवार के लिए 8 ज़िलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ और चेन्नई के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) के एक अधिकारी ने बताया कि विल्लुपुरम, कुड्डालोर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम, तिरुवल्लूर, तंजावुर, पुदुकोट्टई और रामनाथपुरम में रेड अलर्ट जारी किया गया है। पड़ोसी केंद्र शासित प्रदेश पुदुचेरी के लिए भी इसी तरह का अलर्ट जारी किया गया है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘पूरे उत्तरी तटीय क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना है, लेकिन उपरोक्त जिलों में अत्यधिक भारी बारिश की आशंका है।’’ उनके अनुसार, चेन्नई, तिरुवल्लूर, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, कल्लाकुरिची, अरियालुर, पेरम्बलुर, थूथुकुडी, तिरुनेलवेली और कन्याकुमारी के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। रेड अलर्ट 24 घंटे में 20 सेंटीमीटर से अधिक की अत्यधिक भारी बारिश का संकेत देता है, जबकि ऑरेंज अलर्ट का मतलब 11 सेंटीमीटर से 20 सेंटीमीटर तक की बहुत भारी बारिश है।
चेन्नई में, मुख्यमंत्री स्टालिन ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जिला कलेक्टरों के साथ बैठक की और उन्हें बारिश से प्रभावित लोगों के लिए राहत शिविर तैयार रखने के निर्देश दिए। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, उन्होंने कहा कि लोगों के लिए भोजन, पेयजल और दवा सहित सभी व्यवस्थाएं की जानी चाहिए। बारिश से हुए नुकसान को कम करने के लिए, मुख्यमंत्री ने दलों को जेसीबी मशीन, नौका, मोटर पंप, ट्रक और आरी जैसे आवश्यक उपकरणों के साथ तैयार रहने की सलाह दी।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि निगरानी अधिकारी उत्तरी तमिलनाडु के कांचीपुरम, चेंगलपट्टू और तिरुवल्लुर सहित संबंधित ज़िलों के अलावा तंजावुर और तिरुवरुर जैसे डेल्टा क्षेत्र में आवश्यक कार्यों का समन्वय करेंगे। इससे पहले दिन में, उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने दक्षिण चेन्नई क्षेत्र में जलमार्गों को बेहतर बनाने के लिए किए जा रहे बुनियादी ढांचे के विकास और नवीनीकरण कार्यों का निरीक्षण किया ताकि मानसून के मौसम में बाढ़ का पानी आसानी से समुद्र में जा सके।
इन कार्यों में गहरीकरण, चौड़ीकरण, कंक्रीट की दीवारों से ढकी नहरों का निर्माण, वर्षा जल निकासी के साथ-साथ उन क्षेत्रों से गाद निकालना शामिल है जहां नहरें समुद्र और नदी के मुहाने से मिलती हैं। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उदयनिधि ने ओक्कियम माधवी नहर का दौरा किया, जहां 27 करोड़ रुपये की लागत से यह कार्य किया जा रहा है। इसमें कहा गया है कि उन्होंने कन्नगी नगर क्षेत्र में गाद निकालने के कार्य का भी निरीक्षण किया। स्थानीय किसानों ने बताया कि पिछले दो दिनों से तिरुनेलवेली जिले के अंबासमुद्रम और उसके आसपास लगातार हो रही बारिश से हज़ारों एकड़ धान की फसल की कटाई प्रभावित हुई है।
काकनल्लूर गांव के किसान सुब्रमण्यम ने ‘न्यूज़ एजेंसी’ से कहा कि इस साल दक्षिण-पश्चिम और उत्तर-पूर्वी मानसून के बीच कोई राहत नहीं मिलने के कारण धान की कटाई का समय नहीं मिला। उन्होंने कहा, "खेतों में अभी भी पके हुए धान की फसल खड़ी है। अगर बारिश जारी रही, तो यहां के किसान प्रभावित होंगे। सरकार हमारे बोझ को कम करने के लिए एक काम कर सकती है, वह यह कि कटाई पूरी होते ही चावल की घर-घर जाकर खरीद शुरू कर दी जाए।’’ तिरुनेलवेली में उत्तर-पूर्वी मानसून तेज़ हो गया है, जिससे मन्नारकोइल, अयान, तिरुवलीस्वरम, काकनल्लूर, वैगैकुलम और ब्रह्मदेशम जैसे कृषि प्रधान गांव प्रभावित हुए हैं।
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