Ayodhya News: प्रदेश को दलहन, तिलहन में आत्मनिर्भर बनाने का आह्वान, कृषि विश्वविद्यालय में हुई अयोध्या और देवीपाटन मंडल की संयुक्त रबी उत्पादकता गोष्ठी
आठ साल में बढ़ा डेढ़ गुना उत्पादन, मांग के अनुरूप फिर भी नहीं
अयोध्या, अमृत विचार: नरेंद्र देव कृषि एवं प्रोद्योगिक विश्वविद्यालय में सोमवार को आयोजित अयोध्या और देवीपाटन मंडल की संयुक्त रबी उत्पादकता गोष्ठी में दलहन और तिलहन को लेकर चिंता महसूस की गई। किसानों से प्रदेश को दलहन और तिलहन के मामले में आत्म निर्भर बनाने का आह्वान किया गया। अतिथियों ने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
गोष्ठी में दलहन और तिलहन को लेकर ज्यादा फोकस रहा। इसके पीछे कारण प्रदेश में मांग के सापेक्ष उत्पादन न होना है। बताया गया कि वर्ष 2024-25 में दलहन के क्षेत्र में उत्पादन 35.18 लाख मीट्रिक टन और तिलहन के क्षेत्र में उत्पादन 29.20 लाख मीट्रिक टन था। हालांकि वर्ष 2016-17 में दलहन उत्पादन 23.95 लाख मीट्रिक टन के सापेक्ष यह लगभग डेढ़ गुना बढ़ने का दावा है। इसी तरह तिलहन के क्षेत्र में साल 2016-17 में उत्पादन 12.40 लाख मीट्रिक टन के सापेक्ष दो गुना से ज्यादा होने के दावा रहा लेकिन अब भी प्रदेश में मांग के अनुरूप यह नहीं है। इसे बढ़ाने को लेकर सरकार की योजनाओं से किसानों की समस्याओं पर चर्चा की गई।
गोष्ठी में प्रगतिशील किसानों,एफपीओं को प्रशस्ति पत्र और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। बीजों के मिनीकिट भी उपलब्ध कराए गए। लगाई गई प्रदर्शनी में किसानों की भीड़ रही। अंत में संयुक्त कृषि निदेशक डॉ. एके मिश्र ने मंडलीय रबी उत्पादकता गोष्ठी में आए अधिकारियों, कर्मचारियों, किसानों को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में आचार्य नरेन्द्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बिजेन्द्र सिंह, अयोध्या एवं देवीपाटन मण्डल के मुख्य विकास अधिकारी गण, सहकारी, सिंचाई, विद्युत, नलकूप, उद्यान, पशुपालन, सहकारी बैंक, गन्ना, मत्स्य, बीज विकास निगम, इफको आदि विभागों के अधिकारी मौजूद रहे ।
प्रमुख सचिव कृषि ने दिए समस्याओं के निस्तारण के निर्देश
प्रमुख सचिव कृषि रवींद्र कुमार ने कहा कि गोष्ठी का उद्देश्य किसानों के सुझाव और उनकी समस्याओं को सुनकर उनका निराकरण कराना है। विभिन्न जिलों से आए हुए किसानों ने जो सुझाव दिये हैं उस पर विचार करने एवं जो समस्याएं बताईं हैं उस पर सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को कार्रवाई करते हुए उनका निस्तारण कराने का निर्देश दिया है।
रबी अभियान में 8.09 लाख हेक्टेयर में होगी बोआई
कमिश्नर अयोध्या राजेश कुमार ने बताया कि अयोध्या मंडल के रबी अभियान में 8.09 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खेतों की बोआई की जाएगी। इसके लिए क्षेत्रीय कर्मचारियों में तहसीलवार/ विकासखण्डवार लक्ष्यों का विभाजन कर प्रयास किया जा रहा है।
लक्ष्यों की पूर्ति के लिए किया जा रहा प्रयास
आयुक्त देवीपाटन मंडल शशि भूषण लाल सुशील ने मंडल के रबी अभियान के लक्ष्य और समस्याओं को रखा। कहा कि लक्ष्यों की पूर्ति के लिए प्रयास किया जा रहा है। कृषि निदेशक कृषि विभाग से मिलने वाली सुविधाओं पर चर्चा की। प्रदेश को दलहन एवं तिलहन में आत्मनिर्भर बनाने का आह्वान किया।
किसानों ने बताई दलहन- तिलहन की खेती की समस्या
गोष्ठी में अंबेडकरनगर से आए किसान राम किशोर ने कहा कि तिलहन की बोआई में बढ़ोत्तरी हुई है, लेकिन दलहन में अब तक स्थिति अच्छी नहीं कही जा सकती है। किसान राम उजागिर ने कहा कि दलहन और तिलहन की खेती से अपेक्षित लाभ न होना, छुट्टा जानवर और नील गायों से होने वाली क्षति है। अन्यथा अतीत में तो इस क्षेत्र में इसकी बुआई कहीं ज्यादा होती थी। किसानों का कहना था कि गेंहू और धान के साथ अलू, गन्ने की खेती से किसानों को ज्यादा लाभ होता है। दलहन और तिलहन का उत्पादन से उतना लाभ नहीं मिल पाता। किसानों ने कहा कि उत्पादन में वृद्धि के पीछे नई-नई प्रजाति के तिलहन और दलहन के बीच मुख्य कारण है। क्षेत्रफल कम बढ़ा लेकिन उत्पादन बढ़ा है।
