पूर्व मदरसा शिक्षक के खिलाफ जांच करेगी ईडी... ब्रिटेन की नागरिकता हासिल कर मदरसों में कट्टरवाद के लिए जुटाये करोड़ों के फंड

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार: ब्रिटेन की नागरिकता प्राप्त करने वाले पूर्व मदरसा शिक्षक शमशुल हुदा खान के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जांच करेगी। टीम ने संतकबीरनगर में उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर और अन्य दस्तावेज पुलिस से मंगाए हैं। शमशुल के खातों में विदेशों से चार करोड़ रुपये से अधिक की फंडिंग आने का पता चला था।

एटीएस ने शमशुल की गतिविधियों पर संदेह होने पर जांच शुरू की थी। इसमें पता चला कि वह कई बार पाकिस्तान, अफ्रीकी देशों और अन्य देशों में गया और जम्मू-कश्मीर के संदिग्ध लोगों के संपर्क में रहा। शमशुल ने मदरसों के नाम पर विदेशी फंडिंग जुटाई और संतकबीरनगर के खलीलाबाद में निजी मदरसा भी शुरू कराया।

ईडी शमशुल के खिलाफ विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम-1999 (फेमा) के तहत केस दर्ज करने की तैयारी में है। एटीएस की जांच में यह भी सामने आया कि वर्ष 2013 में शमशुल ने ब्रिटेन की नागरिकता ली थी और वर्ष 2007 से 2017 तक पेंशन और वेतन वृद्धि प्राप्त करता रहा।

शमशुल 12 जुलाई 1984 को मदरसा दारुल उलूम अहले सुन्नत अशरफिया मुबारकपुर, आजमगढ़ में सहायक अध्यापक आलिया के पद पर नियुक्त हुआ था। वर्ष 2007 से वह ब्रिटेन में रह रहा था। उसके खिलाफ संतकबीरनगर के जिला अल्पसंख्यक अधिकारी द्वारा दर्ज एफआईआर में भी फेमा एक्ट के तहत कार्रवाई का उल्लेख है।

ईडी अब शमशुल के अन्य करीबियों और फंडिंग के स्रोतों की भी जांच कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि यह जांच मदरसों में कट्टरवाद फैलाने और गैरकानूनी तरीके से विदेशी फंडिंग जुटाने से जुड़े मामलों में की जा रही है।

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