बाउंड्रीवाल के इर्द-गिर्द कोई भी गतिविधि हुई तो होगी कार्रवाई... न मानें तो वन्य जीव अधिनियम के तहत दर्ज होगा मुकदमा

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार: बीते दिनों डियर सफारी में हुई घुसपैठ की घटना के बाद चिड़ियाघर प्रशासन सतर्क हो गया है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उठ रहे सवालों पर प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए चिड़ियाघर के जिम्मेदारों ने आसपास रहने वालों को सख्त चेतावनी नोटिस जारी कर दी है। इसमें बताया गया है कि वे बाउंड्रीवॉल के पास किसी भी तरह की गतिविधि न कतई न करें। प्रशासन ने साफ कहा है कि अगर बाउंड्रीवॉल के आसपास कोई निर्माण, खुदाई, पेड़ों की कटाई या किसी भी प्रकार की चहारदीवारी पर ऊपरी हलचल पाई गई, तो वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करा कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी।

चिड़ियाघर के डियर सफारी में घुसपैठ की घटना के बाद से चिड़ियाघर प्रशासन अतिरिक्त एहतियात बरतना शुरू कर दिया है। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए बाउंड्रीवॉल की जहां निगरानी बढ़ा दी गई है। वहीं हर खंड के बाड़ों के कीपरों को नियमित गश्त करने और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही चिड़ियाघर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में समय से पेड़ों की कटाई की अनुमति देने और उस पर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे किसी भी तरह से घुसपैठ या अवैध गतिविधि को अंजाम न दिया जा सके। चिड़िया घर अधिकारियों का कहना है कि वन्यजीवों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही प्रशासन ने आसपास रहने वाले लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षा व्यवस्था में सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत चिड़िया घर प्रशासन को दें।

सुरक्षा व्यवस्था को किया जायेगा और मजबूत, कैमरे और गार्ड बढ़ाने की तैयारी

चिड़िया घर प्रशासन का कहना है कि जरूरत पड़ने पर सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया जाएगा। अतिरिक्त कैमरे, गार्ड और निगरानी तंत्र को बढ़ाने की योजना पर भी तेजी से विचार चल रहा है। जल्द ही अतिरिक्त व्यवस्थाओं को अमली जामा पहनाया जाएगा।

डियर सफारी में हुई घुसपैठ के बाद चिड़िया घर की सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया जा रहा है। पेड़ों की कटाई-छंटाई से लेकर बाड़ों के कीपर को लोगों की हर गतिविधि पर नजर रखने के निर्देश जारी कर दिए गए है। इसके बाद भी कोई भी व्यक्ति वन्यजीव अधिनियम के विरुद्ध काम करते पाया जाए तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा कठोर कदम उठाए जाएं।

अदिति शर्मा, निदेशक, नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान

 

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