खो प्रतियोगिता में गड़बड़ी पर भड़के नगर विधायक, डीएम को लगाया फोन, कहा- खेल को लेकर नहीं दी कोई सूचना....
बच्चों के भोजन के लिए हुई घटना शर्मनाक, केन्द्र और प्रदेश दोनों सरकारें दे रहीं हैं पैसा
अयोध्या, अमृत विचार : डॉ. अम्बेडकर राज्य विद्यालयी क्रीड़ा संस्थान में आयोजित प्रदेश स्तरीय खो - खो प्रतियोगिता में खिलाड़ियों को भोजन कराने के नाम पर वसूली के घटनाक्रम पर नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता भड़क गए हैं। उन्होंने इसे लेकर जिलाधिकारी से वार्ता की और नाराजगी जताई कि प्रतियोगिता को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा उन्हें कोई सूचना तक नहीं दी गई।
नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने शुक्रवार को ''अमृत विचार'' में प्रकाशित खबर ''खिलाड़ियों को भोजन कराने के नाम पर वसूली का खेल'' का संज्ञान लेते हुए कहा कि प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में बच्चों के भोजन की व्यवस्था को लेकर ऐसी स्थिति सरकार की छवि धूमिल करने वाली है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी कोआवश्यक कार्रवाई के लिए भी कहा। उन्होंने बताया जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि जो भी मंडल के कोच खिलाड़ियों को लेकर यहां आए हैं उन्हें संबंधित मंडल द्वारा भोजन की धनराशि पहले ही निर्गत कर दी गई है। स्थानीय स्तर पर खिलाड़ियों के ठहराव अन्य व्यवस्था की जा रही है। नगर विधायक ने बताया कि मेरी विधानसभा क्षेत्र में प्रतियोगिता का आयोजन और सूचना न दिए जाने पर जिला विद्यालय निरीक्षक को भी सर्किट हाउस में बुलाया कर कड़ी आपत्ति जताई गई। नगर विधायक ने कहा कि केन्द्र और प्रदेश सरकार द्वारा खेलों और खिलाड़ियों के लिए बड़ा बजट तय किया गया है और हर सुविधाएं दीं जा रहीं हैं। खेलो इंडिया प्रधानमंत्री की ही देन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं खेलों और खिलाड़ियों के लिए लगातार योजनाओं की सौगात दे रहे हैं। ऐसे में यह स्थिति बेहद शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि जिला विद्यालय निरीक्षक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को सुचारु रूप से व्यवस्था आदि के निर्देश दिए गए हैं। कहा कि विभागीय अधिकारियों से खुद मैंने कहा है कि यदि मेरे सहयोग की आवश्यकता है तो बताएं भोजन आदि की व्यवस्था करुँगा।
प्रतियोगिता मेरे कंट्रोल में नहीं, कैसे देता सूचना
जिला विद्यालय निरीक्षक डाॅ. पवन कुमार तिवारी ने बताया कि प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता उनके कंट्रोल में नहीं है। कैसे किसी को सूचित करता और आमंत्रित करता। कहा कि आयोजन राज्य स्तर से निर्धारित होता है, स्थानीय स्तर पर व्यवस्था दी जा सकती है। धन उगाही का मामला केवल एक कोच का था उसके विरुद्ध कार्रवाई के लिए लिख दिया गया है।
