Bareilly: अब ट्रेन के सफर में यात्रियों को पटरियों पर नहीं लगेगा झटका
बरेली, अमृत विचार। यात्रियों को अब ट्रेनों में सफर के दौरान झटकों से राहत मिलने वाली है। रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग ने ट्रैक आधुनिकीकरण की दिशा में पटरियों के जोड़ (जॉइंट्स) को हाईटेक तकनीक से वेल्ड करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस नई तकनीक से ट्रेनों के पहियों के नीचे आने वाले गैप पूरी तरह खत्म हो जाएंगे और यात्रियों को झटका महसूस नहीं होगा।
अभी तक रेल पटरियों के बीच के जोड़ पर थोड़ी दूरी छोड़ी जाती थी, ताकि तापमान में बदलाव से पटरियों में फैलाव या सिकुड़न होने पर नुकसान न हो। इस गैप को किसी पदार्थ से भर दिया जाता था, लेकिन ट्रेन गुजरने के समय ‘ठक-ठक’ की आवाज और हल्का झटका महसूस होता था। अब इंजीनियरिंग विभाग ने इस समस्या का स्थाई समाधान निकालते हुए इन जोड़ों को फ्लैश बट वेल्डिंग तकनीक से जोड़ने का निर्णय लिया है।
पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पीके सिंह के अनुसार इस तकनीक में अत्याधुनिक मशीनों के जरिए दो रेल पटरियों के सिरों को उच्च तापमान और दबाव से इस तरह वेल्ड किया जाता है कि जोड़ दिखाई ही नहीं देता। इससे न केवल ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी बल्कि ट्रैक की मेंटेनेंस लागत भी घटेगी। आगे चलकर यह तकनीक पूरे सेक्शन में लागू की जाएगी। इससे यात्रियों को पहले की तुलना में और अधिक आरामदायक यात्रा का अनुभव होगा।
