कानपुर : दादी-नानी के जमाने के गहनों का जमाना गया... अब बेहद हल्के-डिजाइनर आभूषणों का चलन
शैलेश अवस्थी/ कानपुर। सहालग की आहट और गज़ब ऊंची छलांग के बाद सोना -चांदी के भाव फिर नीचे आए हैं और इसी के साथ आभूषण बाज़ार में रौनक भी बढ़ी है l अब दादी-नानी के ज़माने के वजनी गहने बेचकर उनकी जगह हल्के डिज़ाइन आभूषण खरीदे जा रहे हैं l
एक ज़माने में सीतारामी, कंठा, कंठी, हसुली, हार, मटरमाला, तगड़ी (कमरपेटी) , कर्णफूल, झुमके, झाले, बाले और कंगन की ज़बरदस्त धूम थी l शादी में सोने-चांदी के गहनों का चढ़ावा शान का प्रतीक था, लेकिन अब बदलते फैशन के दौर और पिछले 10 महीने के दौरान सोने-चांदी की ऐतिहासिक तेज़ी ने इन गहनों के वजन के साथ नाम भी बदल डाले हैं l अब बेहद हल्के गहने उतारे गए हैं l
कभी 10 से 25 तोले (एक तोले में 11ग्राम 664 मिलीग्राम सोना) तक वजनी सीतारामी गले की शोभा बढ़ाती थी l कंठा 10-15 और कंठी 10 तोले तक बनती थी l सेट (हार, कर्णफूल और अंगूठी ) 20 तोले तक होते थे l अंगूठी भी पांच से आठ ग्राम तक होती थी l चांदी की आधा किलो की पायल और डेढ़ किलो की कमरपेटी l अब महंगे होते सोने ने हल्के सेट चलन में ला दिए l
अब सीतारामी, कंठा और कंठी की जगह हल्के हार, मटरमाला, चोकर, चेन और जंजीर ने ले ली है l इसी तरह 10 ग्राम के कर्णफूल की जगह दो से चार ग्राम तक के बेहद हल्के झुमके, झुमकी, झाले, बाले, सुई-धागा, टॉप्स ने, बेंदा की जगह बेंदी और मांगटीका ने ले ली है l
नाक- बुलाका भी 10-15 ग्राम तक के बनते थे, लेकिन अब एक ग्राम की नथुनी और कील से काम चलाते हैं l कंगन भी छह-छह तोले के थे, तो अब चार से 10 ग्राम तक की डिज़ाइनर चुड़ियाँ चलन में हैं l 2 ग्राम की अंगूठी, 4 ग्राम की झुमकी और दो ग्राम की नथुनी, 5 ग्राम की चेन मिल जाएगी l
बाजूबंद भी 10 ग्राम के भी मिल जाएंगे l तगड़ी तो 200 से 500 ग्राम सोने तक बनती थी, जो अब 50-100 ग्राम तक में है l तीन पीढियों से गहनों का काम कर रहे उत्तर प्रदेश सराफा एसोसिएशन के मंत्री रामकिशोर मिश्र बताते हैं कि पुराने ज़माने के वजनी गहने बिकने के लिए बाज़ार में आ रहे हैं l इससे अच्छे दाम भी मिल रहे और बदले में हल्के गहने भी l
अब बेहद हल्के और सस्ते गहने चलन में
काशी जुलर्स के निदेशक श्रेयांश कपूर ने बताया अब मात्र चार हज़ार से दो लाख तक में ही बेहद खूबसूरत डिज़ाइनर जूलरी उपलब्ध है l महिलाओं के लिए "शी" ब्रांड से डिज़ानर रेंज उतारी है l सहालग के लिए ऑफर है l कोई बनवाई में छूट दे रहा, कोई बड़ी खरीद पर सोने या चांदी का सिक्का तो कोई खरीद के साथ गिफ्ट पैक भी l
ऊंचाई के बाद अब नीचे आते भाव..
बीते 14 अक्टूबर को चांदी 1,86,000 रुपए किलो और 17 अक्टूबर को सोना 1,33,900 रुपए का 10 ग्राम था, दोनों ही सर्वकालीन ऊंचाई पर थे l इसके बाद घटते-घटते चांदी 1,52,300 रुपए किलो और सोना 1,23,400 रुपए 10 ग्राम पर आया l विशेषज्ञ कहते हैं दाम फिर तेज़ी पकड़ेंगे l
