कानपुर मेट्रो 20 रूट पर चलाएगा CNG वाहन... घर और स्टेशन पहुंचेगे यात्री, शहर में रूट चयनित
अभिषेक वर्मा/कानपुर, अमृत विचार। शहर में आईआईटी कानपुर से घंटाघर तक मेट्रो का संचालन जारी है। लेकिन, वर्तमान में मेट्रो की सवारी कर रहे अधिकाश यात्रियों को मेट्रो स्टेशन तक आने-जाने व वहां से अपने गतव्य तक पहुंचने में असुविधा हो रही है। यात्रियों की इस समस्या को देखते हुए अब मेट्रो कानपुर नगर के 20 मार्गों पर सीएनजी वाहनों को चलाएगा।
फर्स्ट एड लास्ट माइल कनेक्टिविटी की सुविधा के तहत यह सीएनजी वाहन, यात्रियों को मेट्रो स्टेशन तक या वहां से बाहर निकलने के बाद उनके गंतव्य तक पहुंचाने में सहायक बनेंगे। यूपीएमआरसी के परिचालन निदेशक ने उपपरिवहन आयुक्त से रूट पर वाहनों को चलाने के लिए स्वीकृति मांगी है।
24 किमी लंबे कॉरिडोर-1 में वर्तमान में 16 किमी लंबे रूट पर आईआईटी-कानपुर सेंट्रल तक यात्री सेवाएं संचालित हो रही हैं। अगले वर्ष की शुरुआत में बचे 8 किमी. में नौबस्ता तक मेट्रो को ले जाने की तैयारी है। इसके साथ 8.6 किमी लंबे कॉरिडोर-2 में सीएसए-बर्रा-8 का निर्माण कार्य जारी है। वर्तमान में 14 स्टेशनों पर मेट्रो ट्रेन चल रही है। जिसमें 7 मेट्रो ट्रेन दिनभर 123 राउंड दोड़ रही है।
मेट्रो के अधिकारियों के अनुसार मेट्रो में यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। लेकिन, इसके साथ ही उनकी समस्याओं का आंकलन भी यूपीएमआरसी ने शुरू किया है। इसमें से यात्रियों की बड़ी समस्या सामने आई है कि मेट्रो स्टेशन तक व स्टेशन से गंतव्य तक पहुंचने के लिए यात्रियों को साधन नहीं मिल रहे। यात्रियों की मांग एवं सुविधा को देखते हुए मेट्रो द्वारा सर्वेक्षण कर कानपुर नगर में 20 फीडर मार्गों की पहचान की गई है। कानपुर मेट्रो द्वारा इन मार्गों पर सीएनजी वाहनों को चलाने की योजना बनाई गई है।
7 पहले, अब 13 नए मार्ग किए गए चयनित
यूपीएमआरसी के परिचालन निदेशक प्रशांत मिश्र की ओर से उप परिवहन आयुक्त कानपुर को पत्र भेजा गया है। इसमें उन्होंने बताया कि 7 रूट पहले चयनित किए गए थे, जिसपर सीएनजी वाहनों को चलाने के लिए पहले से स्वीकृत है क्योंकि यह रूट पहले से ही सीएनजी रूट के अंतर्गत आते हैं। यह रूट कानपुर मेट्रो के स्टेशनों से जुड़े हुए हैं।
इसके अतिरिक्त मेट्रो ने 13 अन्य मार्गों की पहचान की है जो मेट्रो स्टेशनों के निकटवर्ती क्षेत्रो में यात्रियों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करेंगे। जिससे नगर के विभिन्न भार्गों के नागरिक मेट्रो सेवा का अधिकतम लाभ उठा सके। उन्होंने प्रस्तावित 20 रूट पर सीएनजी वाहनों की सेवाओं के संचालन की स्वीकृती मांगी है।
यह होता है फर्स्ट एंड लास्ट माइल
फर्स्ट माइल और लास्ट माइल मेट्रो के संदर्भ में, वे यात्राएँ हैं जो यात्रियों को उनके घर या ऑफिस से मेट्रो स्टेशन तक ले जाती हैं उन्हें फर्स्ट माइल कहते हैं और मेट्रो स्टेशन से उनके गंतव्य तक ले जाने की सुविध को लास्ट माइल कहते हैं।
