अल-फलाह यूनिवर्सिटी में हुई डॉ. मुजम्मिल से दोस्ती, डॉ. शाहीन का आतंकी मॉड्यूल से जानें पूरा कनेक्शन
लंबे समय से था संदिग्ध लोगों के साथ संपर्क। खंगाले जा रहे बैंक खाते और विदेश कनेक्शन
लखनऊः दिल्ली लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए काल धमाके में लखनऊ के कैसरबाग स्थित खंदारी बाजार के भाई-बहन का कनेक्शन सामने आया। इसमें डॉ. शाहीन शाहिद और उसका भाई डॉ. परवेज शामिल है। डॉ. शाहीन का 30 अक्टूबर को गिरफ़्तार किए गए आतंकी डा. मुजम्मिल से प्रेम संबंध थे। दोनों का ताल्लुक फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी में हुआ। दोनों यहीं पर काम करते थे। एटीएस उनके रिश्तों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।
डॉ. शाहीन शाहिद का नाम फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी शैक्षणिक प्रोजेक्ट या स्वास्थ्य सेवा से संबंधित भूमिका में थीं। हालांकि, पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या यूनिवर्सिटी के माध्यम से भी किसी तरह का आतंकी फंडिंग नेटवर्क संचालित किया जा रहा था या नहीं। शाहीन लंबे समय से संदिग्ध लोगों के संपर्क में थी और कई बार जम्मू-कश्मीर और दिल्ली के बीच यात्रा कर चुकी थी। जांच एजेंसियां अब उसके मोबाइल डेटा, बैंकिंग रिकॉर्ड और विदेशी कॉल डिटेल्स की जांच पड़ताल कर रही हैं, ताकि नेटवर्क की जड़ तक पहुंचा जा सके।
डॉ. मुजम्मिल के कमरे से मिले विस्फोटक
फरीदाबाद के डॉ. मुजम्मिल शकील का नाम एजेंसियों के हाथ लगा। पूछताछ के आधार पर फरीदाबाद में डा. मुजम्मिल के कमरे पर छापा मारा। जानकारी के मुताबिक उसने फरीदाबाद के धौज गांव में तीन महीने पहले किराए पर कमरा लिया था। वह यहां रहता नहीं था, केवल सामान रखने के लिए कमरा लिया था। जम्मू कश्मीर पुलिस के मुताबिक मुजम्मिल फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था। वह पुलवामा के कोइल का रहने वाला है। रविवार की रात को उसके कमरे में छापेमारी के दौरान करीब 360 किलो विस्फोटक बरामद किया गया। मौके से आतंकी गतिविधि में शामिल होने वाला सामान जैसे 20 टाइमर्स, बैटरी और अन्य सामान बरामद किया गया है। फायर आर्म्स में एक असॉल्ट राइफल, 3 मैगजीन, 83 कारतूस, एक पिस्टल और उसके 8 राउंड कारतूस, 2 खाली कारतूस और 2 एडिशनल मैगजीन बरामद की गई हैं।
महिला विंग “जमात-उल-मोमिनात” की इंडिया हेड थी डॉ. शाहीन
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक डॉ. शाहीन पर जैश-ए-मोहम्मद के महिला विंग “जमात-उल-मोमिनात” की इंडिया हेड होने की बात सामने आई है। एजेंसियों के मुताबिक वह भारत में महिलाओं को आतंकी संगठन से जोड़ने का काम करती थी। उसकी कार से एके45 राइफल, तीन मैगजीन, पिस्टल और कारतूस बरामद किए गए हैं। कार अल फलाह यूनिवर्सिटी परिसर से मिली, जहां उसका साथी डा. मुजम्मिल कार्यरत थे।
इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में पढ़ाता है भाई
एटीएस के मुताबिक डा. शाहीन का भाई डॉ. परवेज के बारे में आसपास के लोगों से जानकारी जुटाई गई। लोगों ने बताया कि वह इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर है। वहां डयूटी करते थे, इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। इसके साथ ही आस पास लगे सीसीटीवी कैमरों को भी चेक किया। बताया जाता है कि पड़ोस के एक कैमरे की फुटेज देखी गई, लेकिन उसमें कुछ संदिग्ध नहीं दिखा है। एटीएस ने डा. परवेज के घर के अंदर जाते ही अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया गया। एटीएस जब सुबह करीब सात बजे वहां पहुंची तो डा. परवेज के घर के बाहर सफेद रंग की आल्टो खड़ी मिली। इसका नम्बर यूपी 11 बीडी 3563 था। कार के शीशे पर लखनऊ के गुडंबा स्थित इंटीग्रल यूनिवर्सिटी का गेट पास लगा हुआ था। साथ ही घर के अंदर एक बाइक (यूपी 32 सीए 8537) खड़ी थी। इस पर डॉक्टर का लोगो लगा हुआ था।
