बाराबंकी : नकली खाद फैक्ट्री मामले में रिपोर्ट दर्ज, जांच शुरू
बाराबंकी, अमृत विचार। किसान यूनियन की शिकायत पर की गई छापेमारी में पकड़ी गई नकली खाद बनाने की फैक्ट्री को लेकर गोदाम मालिक कानून के शिकंजे में आ गया है। शनिवार को कृषि अधिकारी की तहरीर पर असंद्रा थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली। वहीं मौके पर मिली खाद के नमूने प्रयोगशाला जांच के लिए भेजे गए हैं।
बता दें कि भारतीय किसान यूनियन रामबरन गुट के जिला उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह वर्मा समेत कई किसानों ने एक गांव स्थित फैक्ट्री से नकली खाद बनाकर बेचे जाने की सूचना प्रशासन को दी।
किसानों ने फैक्ट्री तथा गोदाम में ताला डलवा दिया जिससे किसी तरह की हेर फेर न की जा सके, वहीं किसान रात भर फैक्ट्री के बाहर जमे रहे। शुक्रवार सुबह जिला कृषि अधिकारी राजित राम, तहसीलदार कविता ठाकुर व पुलिस बल के साथ असंद्रा थाना क्षेत्र के ग्राम पैगंबरपुर स्थित फैक्ट्री पहुंचे और ताला खुलवाकर जांच शुरू की।
टीम ने मौके से 430 बोरी जिप्सम, 189 बोरी लाल पाउडर, 121 बोरी फास्फेटिक, 17 खाली बोरी पोटाश, एक मशीन, धागा, लाल कलर पाउडर और कृभको कंपनी की खाली बोरियां बरामद कीं। फैक्ट्री का संचालन प्रमोद वर्मा उर्फ दीपू द्वारा किया जा रहा था, जिनकी रसूलपुर चौराहे पर खाद की दुकान भी है। टीम ने उसकी दुकान और गोदाम की भी जांच की।
गोदाम से 250 बोरी तलवार जिंक, 111 बोरी असल बलवान, 140 बोरी मोनो जिंक, 115 बोरी रामबाण सुपर, कृभको की 126 बोरी, 20:20:14 की 100 बोरी, 20:20:13 की 45 बोरी और आईपीएल डीएपी की 45 बोरी बरामद हुई। इसके बाद फैक्ट्री व गोदाम को सील कर दिया गया। इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मचा रहा। वहीं शनिवार को जिला कृषि अधिकारी तहरीर लेकर असंद्रा थाना पहुंचे, जहां पर फैक्ट्री व गोदाम स्वामी के खिलाफ दर्ज की गई रिपोर्ट में बरामद सामग्री का हवाला भी दिया गया।
भाकियू जिला उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह वर्मा का कहना है कि उन्होने इससे पूर्व जिला कृषि अधिकारी को नकली खाद बनने की जानकारी दी थी, पर कार्रवाई नहीं की गई। जिसकी वजह से किसानों ने खुद मोर्चा संभाला। हालांकि जिला कृषि अधिकारी ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई की गई। वहीं थानाध्यक्ष असंद्रा आलोक मणि त्रिपाठी ने बताया कि जिला कृषि अधिकारी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
