शहर में मिला आतिशबाजी का अवैध भंडार, पुलिस ने की छापेमारी कर सील किया गोदाम... सालों पहले खत्म हो चुका लाइसेंस
बाराबंकी, अमृत विचार: रविवार को शहर से सटे इलाके में इतनी बड़ी मात्रा में आतिशबाजी का सामान मिला कि उसे ढोकर दूसरी जगह पहुंचाने के लिए पंद्रह वाहनों का इस्तेमाल हुआ। पुलिस की छापेमारी हुई तो ऊपर तल से लेकर तहखाने तक आतिशबाजी ठूंसकर रखी हुई मिली। निजी गोदाम के स्वामी का लाइसेंस दो साल पहले ही खत्म हो चुका है। फिलहाल पुलिस ने सारी आतिशबाजी हटवाकर गोदाम सील करवा दिया है। आरोपी व्यापारी की तलाश की जा रही है।
12.png)
टिकैतनगर थाना क्षेत्र के ग्राम सरांय बरई में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से दो मौतों व पांच के घायल होेने की खबर अभी चर्चा में ही थी कि हैरत में डालने वाली खौफनाक घटना फिर सामने आई। हुआ यह कि शहर कोतवाली पुलिस को बहुत बड़ी मात्रा में आतिशबाजी की सामग्री का भंडारण होने की जानकारी मिली। इस सूचना पर क्षेत्राधिकारी नगर संगम कुमार, शहर कोतवाल सुधीर कुमार सिंह के अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बल ने पल्हरी चौराहा से जैदपुर को जाने वाले मार्ग पर महज सौ मीटर की दूरी पर बने एक गोदाम पर छापेमारी कर दी। पुलिस ने गेट खुलवाकर अंदर नजर डाली तो देखा कि गोदाम के हर कमरे में पटाखों, गोलों और भारी मात्रा में आतिशबाजी का सामान ठूंस-ठूंस कर रखा हुआ था। आतिशबाजी रखने के लिए तहखाने का भी पूरी तरह प्रयोग किया गया।
11.png)
चौंकाने वाली बात तो यह है कि शहर के बीच घनी आबादी के पास इतनी भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बिना किसी सुरक्षा इंतजाम के रखी हुई थी। पुलिस ने कार्रवाई शुरु की तो करीब पंद्रह वाहनों ने आतिशबाजी ढोकर सुरक्षित जगह पहुंचाया। इस दौरान सुरक्षा के नाते फायर विभाग कर्मी भी बुलाए गए थे। एक अनुमान के अनुसार जरा सी चिंगारी के बाद करीब दो सौ मीटर तक का इलाका साफ हो जाता। पुलिस बल की मौजूदगी में गोदाम खाली कराने के बाद इसे सील करा दिया गया है। वहीं इसके स्वामी की तलाश की जा रही। सबसे हैरतअंगेज बात यह कि व्यापारी को मिले लाइसेंस की अवधि दो साल पहले ही खत्म हो चुकी है।
12.png)
हर पहलू की होगी जांच, सख्त कार्रवाई
क्षेत्राधिकारी नगर संगम कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस ने छापेमारी की तो बड़ी मात्रा में आतिशबाजी का सामान बरामद हुआ। गोदाम को सील कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। यह भी पता लगाया जा रहा कि इतनी बड़ी मात्रा में आतिशबाजी यहां कब और कैसे पहुंचाई गई
