Lucknow News: सीसीटीवी से होगी गोशालाओं की निगरानी... CDO और CVO मोबाइल से लेंगे पल-पल की रिपोर्ट

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Published By Muskan Dixit
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सीवीओ कार्यालय पर बनेगा कंट्रोल रूम

लखनऊ, अमृत विचार: ग्राम पंचायत के माध्यम से संचालित अस्थाई गौशालाओं में अक्सर अव्यवस्थाओं की शिकायतें आती हैं। इसे देखते हुए राजधानी की ग्रामीण गोशालाओं को सीसीटीवी कैमरों से लैस की जाएगा। विकास भवन स्थित मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय पर कंट्रोल रूम बनेगा। यहां से अफसर गोशालाओं की हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। कैमरे हाई रिजोल्यूशन होंगे, जो इंटरनेट के माध्यम से हर वक्त मुख्य विकास अधिकारी और मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के मोबाइल से जुड़े रहेंगे।

जिले के ग्रामीण इलाकों में स्थायी और अस्थायी कुल 94 गोशालाएं संचालित हैं। इनमें करीब 20 हजार निराश्रित गोवंश संरक्षित हैं। ग्राम पंचायत के माध्यम से संचालित हो रही इन अस्थायी गोशालाओं में अक्सर अव्यवस्थाओं की शिकायतें आती हैं, लेकिन अब किसी भी तरह की लापरवाही नहीं चलेगी। मुख्य विकास अधिकारी अजय जैन के निर्देश पर सभी गोशालाओं में चार-चार सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इससे पारदर्शिता आएगी और मनमानी नहीं चलेगी। नियमित गोवंशों को दिए जाने वाला चारा-पानी, साफ-सफाई, उपचार आदि की मॉनीटरिंग जिले स्तर पर विकास भवन में संचालित मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाकर की जाएगी। स्थानीय स्तर पर पंचायत भवन या फिर ब्लॉक कार्यालय पर कंट्रोल रूम बनेगा। अफसर खुद अपने मोबाइल से गोशालाओं की गतिविधियों पर नजर रखेंगे।

नांद के पास लगेगा कैमरा, नहीं चलेगी मनमानी

गोशालाओं में कहीं चारा, भूसा, पानी समय पर न मिलना तो कहीं उपचार के अभाव में गोवंश बीमार पड़े रहते हैं। केयरटेकर द्वारा लापरवाही बरती जाती है। चिकित्सक भी नियमित नहीं जाते हैं। अन्य जिलों की कुछ गोशालाओं में कैमरे मुख्य गेट और परिसर के अंदर लगे हैं, उनमें अव्यवस्थाएं नजर नहीं आती हैं। इसे देखते हुए राजधानी की गोशालाओं पर एक-एक सीसीटीवी कैमरा नांद के पास लगाया जाएगा। इससे गोवंशों को दिए जाने वाला भूसा, चारा पानी आदि का पता चलेगा। कैमरे हाईटेक क्वालिटी के होंगे। जो पूरे परिसर की गतिविधियों को भी दिखाएंगे।

गोशालाओं में सीसीटीवी लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इससे पारदर्शिता आएगी। हर गतिविधियों पर कंट्रोल रूम के अलावा मोबाइल से भी नजर रखी जाएगी।

-डॉ. सुरेश कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, लखनऊ

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