बाराबंकी : पेंशनरों की उपेक्षा के विरोध में वरिष्ठ नागरिकों का कैंडिल मार्च
डीएम को ज्ञापन सौंप कर पेंशन पुनरीक्षण बहाली की मांग
बाराबंकी, अमृत विचार। सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर एसोसियेशन बाराबंकी द्वारा शनिवार शाम लखपेड़ाबाग चौराहा स्थित कार्यालय से जिलाधिकारी कार्यालय तक कैंडिल मार्च निकाला गया। 65 से 95 वर्ष आयु के तकरीबन सौ वरिष्ठ नागरिकों ने अपने अधिकारों के प्रति सजगता दिखाते हुए सरकार के उस निर्णय का विरोध किया, जिसमें आठवें वेतन आयोग के संकल्प पत्र से पेंशन पुनरीक्षण का विषय बाहर कर दिया गया है।
कई बुजुर्ग अस्वस्थ होने के बावजूद व्हीलचेयर पर मार्च में शामिल हुए। एसोसिएशन अध्यक्ष बाबूलाल वर्मा ने नायह तहसीलदार राजीव वर्मा को ज्ञापन देकर मांग की कि आठवें वेतन आयोग में पूर्व पेंशनरों और पारिवारिक पेंशनरों के पेंशन पुनरीक्षण को फिर से शामिल किया जाए।
उन्होंने कहा कि पेंशन कोई दया नहीं, बल्कि कर्मचारी की सेवा का प्रतिफल है, जिसे नजरअंदाज करना न्याय के विपरीत है। कैंडिल मार्च में महामंत्री अशोक कुमार सोनी, पूर्व न्यायाधीश रामचंद्र निगम, डॉ. एस.सी. सोनकर, सुशीला बाजपेई, मुन्नी सिंह, सुरेंद्र वर्मा सहित एक सैकड़ा वरिष्ठ नागरिक शामिल रहे।
