हस्तशिल्प महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या में सजी सुरों की महफ़िल, कलाकारों के मशहूर गीतों से गुलजार हुआ माहौल 

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Published By Anjali Singh
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लखनऊ, अमृत विचार: आशियाना स्थित कांशीराम स्मृति उपवन में चल रहे हिन्दुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव में मंगलवार को सुरों के सरताज कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें कलाकारों ने मशहूर गीतों को अपने सुरों में सुनाया।

मां गायत्री जन सेवा संस्थान एवं नीशू वेलफेयर फाउंडेशन के तत्वाधान में मंगलवार को सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत केयर एजुकेशनल ट्रस्ट की अध्यक्ष डॉ. सीमा यादव, आयोजक अरुण प्रताप सिंह, गुंजन वर्मा, रनवीर सिंह एवं हेमू चौरसिया ने दीप प्रज्ज्वलित कर की। 

सुरों के सरताज में देवेंद्र मैगी ने दिल के टुकड़े-टुकड़े करके मुस्कुरा के चल दिये..., हिमांशु ने जनम-जनम का साथ है हमारा तुम्हारा... और नजर के सामने नजर के पास कोई रहता है..., सत्यम ने हर किसी को नहीं मिलता यहां प्यार जिन्दगी में..., पूनम, अनुराग, सीमा विरमानी ने आपके प्यार में हम... गीत गाकर श्रोताओं का मोहा मन। कार्यक्रम का संचालन सीमा बिरमानी ने किया।

सुनीता राय के संयोजन में एमएमएम ग्रुप सिंगर ने हुनर दिखाए। अनुराग श्रीवास्तव ने इस तरह से आशिकी..., राहुल ने सूरज हुआ मद्धम..., संजय कुमार ने कुछ ना कहो..., सुनील और शालू ने कह दूं तुम्हें या चुप रहूं... की जुगलबंदी से श्रोताओं को आकर्षित किया।

कार्यक्रम के अंत में कल्याणी फाउंडेशन एवं केयर एजुकेशन एकेडमी ने गुलदास्तां कार्यक्रम प्रस्तुत किया। संस्था की संयुक्त सचिव विमला द्विवेदी ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को सही दिशा देना, आत्मविश्वास पैदा करना, उनके स्वाभिमान को बढ़ाना ही इनका मुख्य उद्देश्य है।

दिव्यांग बच्चों ने जिसमें विवेक, सोनिया सक्सेना, वेदांतिका श्रीवास्तव एवं शाश्वती चटर्जी ने प्रस्तुति दी। इस दौरान महोत्सव समिति के मोनालिसा, रोली जयसवाल, मनोज सिंह चौहान, रोली सिंह की मौजूदगी रही।

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