बाराबंकी : रेल संरक्षा आयुक्त ने ट्रैक, स्टेशन और सिग्नलिंग का बारीकी से किया निरीक्षण
रामनगर/बाराबंकी, अमृत विचार। बुढ़वल से घाघरा घाट के बीच नई तैयार की गई तीसरी रेल लाइन का शुक्रवार को रेल संरक्षा आयुक्त पूर्वोत्तर परिमंडल प्रणजीव सक्सेना ने बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने पूरी लाइन पर गति, संतुलन, सिग्नलिंग, ओवरहेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) और सुरक्षा मानकों की बारीकी से जांच की, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लाइन ट्रेन संचालन के लिए पूरी तरह सुरक्षित है या नहीं।
निरीक्षण के दौरान रेलवे के बिजली विभाग के मंडलीय अभियंता, ट्रैक इंजीनियर, सिग्नल एवं दूरसंचार विभाग के तकनीकी अधिकारी, निर्माण इकाई के प्रतिनिधि और अन्य आवश्यक विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। सुरक्षा के दृष्टिकोण से आरपीएफ बुढ़वल के इंस्पेक्टर रवि कुमार अपनी टीम के साथ तैनात रहे।

प्रणजीव सक्सेना ने निरीक्षण के दौरान घाघरा घाट, चौकाघाट और बुढ़वल रेलवे स्टेशनों पर यार्ड प्लान, स्टेशन वर्किंग रूल, प्लेटफार्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रॉसिंग, सिग्नलिंग, बैटरी और रिले रूम सहित सभी सुरक्षा मानकों की बारीकी से जांच की गई और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी परखा कि नई लाइन पर ट्रेन निर्धारित गति से सुरक्षित रूप से चल सकती है या नहीं। आरपीएफ बुढ़वल इंचार्ज रवि कुमार ने बताया कि निरीक्षण रिपोर्ट के बाद मिली कमियों को दुरुस्त कराने के बाद तीसरी लाइन को ट्रेनों के नियमित संचालन के लिए अनुमति दी जाएगी। यह लाइन चालू होने से बुढ़वल से गोंडा-गोरखपुर रूट पर ट्रेनों का दबाव कम होगा और यातायात संचालन अधिक सुगम, सुरक्षित व समयबद्ध हो सकेगा।
