UP Weather: कोहरे की चादर में लिपटी रही सुबह, हेड लाइट जलाकर रेंगते रहे वाहन
दिसंबर के दूसरे सप्ताह में कोहरे ने दी दस्तक, ठंड बढ़ी
गोंडा, अमृत विचार: दिसंबर महीने के दूसरे सप्ताह के पहले दिन सोमवार को कोहरे ने दस्तक दे दी। सोमवार की सुबह कोहरे की चादर में लिपटी रही। कोहरे के चलते वाहन हेड लाइट जलाकर रेंगते रहे। पिछले दो दिनों से चल रहा पछुआ हवा और कोहरे ने ठंढ बढ़ा दी है। कोहरे के चलते सोमवार को स्कूल जाने वाले बच्चे भी परेशान दिखे। कोहरे के कारण सोमवार को तापमान में भी गिरावट रही।
दिसंबर के दूसरे सप्ताह की शुरुआत होते ही सर्दी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। सोमवार की सुबह जैसे ही शहर नींद से जागा, पूरा इलाका घने कोहरे की मोटी चादर में लिपटा हुआ नजर आया। दृश्यता इतनी कम रही कि वाहन चालकों को सुबह से ही हेडलाइट जलाकर सड़क पर रेंगना पड़ा। पिछले दो दिनों से चल रही पछुआ हवा के साथ सोमवार को घने कोहरे ने ठिठुरन और बढ़ा दी। खासकर सुबह स्कूल जाने वाले बच्चे कोहरे और ठंड की दोहरी मार से परेशान दिखे। शहर के अधिकांश हिस्सों में सुबह के समय हाथ दूरी पर भी साफ नजर नहीं आ रहा था। कोहरा इतना घना था कि मुख्य मार्गों पर वाहन धीमी रफ्तार से चल रहे थे। कई जगहों पर राहगीरों को सड़कों पर खड़े होकर कोहरा छटने का इंतजार करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार, कोहरे के कारण अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और आगामी दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना है। कोहरे की वजह से सुबह की दिनचर्या भी पूरी तरह प्रभावित रही। दुकानों के शटर देर से उठे और लोग सुबह की सैर पर निकलने से कतराते दिखे।
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मौसम विभाग के अनुसार हवा में नमी का स्तर बढ़ने और तापमान गिरने से कोहरे की तीव्रता अगले दो दिनों तक बनी रह सकती है। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक सुबह 8 बजे तक हालत ऐसी रही कि सड़क किनारे खड़े पेड़ भी पूरी तरह ओझल हो गए। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि उत्तर-पश्चिम दिशा से आ रही ठंडी हवाओं के कारण आने वाले सप्ताह में कोहरा और पाला दोनों बढ़ सकते हैं।
सर्दी के इस नए तेवर ने लोगों को अलाव और गर्म कपड़ों की ओर लौटने पर मजबूर कर दिया है। शहर और ग्रामीण इलाकों में कोहरे का यह पहला घना दौर रहा, जिसने दिसंबर की सर्दी का अहसास और गहरा कर दिया है।
किसानों के लिए वरदान: गेहूं की फसल को मिल रही अतिरिक्त नमी, चेहरे खिले
उधर, किसान इसे मौसम का वरदान मान रहे हैं। गेहूं की फसल के लिए दिसंबर के पहले और दूसरे सप्ताह में लगने वाला कोहरा बेहद फायदेमंद माना जाता है। खेतों में नमी बढ़ने से फसल की बढ़वार तेज होती है और गेहूं दाना भराव मजबूत होता है।
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किसानों का कहना है कि शुरुआती कोहरा खेतों में नमी बनाए रखता है, जिससे सिंचाई का खर्च भी कम होता है। खेतों की ओर जाते किसानों के चेहरों पर खुशी साफ दिख रही है।ग्रामीण किसान रामकुमार का कहना है कि इस समय का कोहरा हमारे लिए वरदान है। ठंड बढ़ेगी तो गेहूं की पैदावार भी अच्छी होगी।
वाहन चालकों को धीमी गति से चलने की सलाह
कोहरा अक्सर सड़क हादसों का कारण बनता है। दृष्यता कम होने के चलते वाहन चालक अक्सर दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में घने कोहरे को देखते हुए मौसम विभाग ने वाहन चालकों को धीमी गति, लो-बीम हेडलाइट और फॉग लाइट का प्रयोग करने की सलाह दी है
