13 साल से फरार माओवादी नेता वाराणसी से गिरफ्तार, यूपी-एटीएस ने की कार्रवाई
संगठन के ओवरग्राउंड वर्करों के जरिए संभाल रहा था नेटवर्क
लखनऊ, अमृत विचार: प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन सीपीआई (माओवादी) के एक प्रमुख और लंबे समय से फरार चल रहे नक्सली नेता को यूपी एटीएस ने वाराणसी से गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। गिरफ्तार अभियुक्त सीताराम उर्फ विनय जी उर्फ ओमप्रकाश उर्फ धनु पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था और वह करीब 13 वर्षों से पुलिस को चकमा देकर अलग-अलग राज्यों में नाम व भेष बदलकर रह रहा था। एटीएस ने उसे 15 दिसंबर 2025 को काशी रेलवे स्टेशन से धर दबोचा।
एटीएस के अनुसार, लंबे समय से खुफिया इनपुट मिल रहे थे कि सीपीआई (माओवादी) का यह वरिष्ठ कैडर सक्रिय है और शहरी क्षेत्रों में संगठन के ओवरग्राउंड वर्करों (ओजीडब्ल्यू) के जरिए नेटवर्क संभाल रहा है। सीताराम मूल रूप से बलिया जिले के मनियर थाना क्षेत्र के मुड़ियारी गांव का निवासी है।
जांच में सामने आया है कि वर्ष 2012 में बलिया के सहतवार थाना क्षेत्र के अतरडरिया गांव में ग्राम प्रधान मुसाफिर चौहान की पत्नी फूलमति की हत्या में उसकी प्रमुख भूमिका थी। प्रधान को पुलिस मुखबिर मानकर उसकी हत्या की साजिश रची गई थी, हालांकि वह बच निकला। इस मामले में उसके खिलाफ हत्या, प्रयास हत्या, आगजनी और आर्म्स एक्ट सहित गंभीर धाराओं में मामला दर्ज है और तभी से वह फरार चल रहा था।उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार के मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और बांका जिलों में भी उसके खिलाफ डकैती, हत्या और अवैध हथियारों से जुड़े कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं।
