यूपी विधानमंडल सत्र: SIR और कफ सिरप कांड पर हंगामा, जादुई कफ सिरप लेकर सदन पहुंचे आशुतोष सिन्हा

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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लखनऊः उत्तर प्रदेश विधानमंडल का शीतकालीन सत्र आज यानी 19 दिसंबर से शुरू गया है। पहले दिन विपक्षी दल, खासकर समाजवादी पार्टी, कोडीन युक्त कफ सिरप की अवैध तस्करी और मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं। इसके अलावा सदन में वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर प्रस्तावित विशेष चर्चा का भी विरोध हो सकता है।

सत्र शुरू होने के ठीक पहले सपा के विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा ने कोडीन कफ सिरप मामले में योगी सरकार की भूमिका पर तीखा हमला बोला। उन्होंने पूछा कि इतने बड़े पैमाने पर हजारों करोड़ के इस रैकेट में शामिल लोगों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही। उनका कहना था कि जहरीली सिरप से बच्चों की जान गई है, फिर भी सरकार चुप है। क्या बुलडोजर अब काम नहीं कर रहा? दोषियों पर सख्त एक्शन की जरूरत है।

विधानसभा अध्यक्ष की ओर से सदन में मर्यादा बनाए रखने की अपील

सत्र को व्यवस्थित और उत्पादक बनाने के लिए गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की अगुवाई में सर्वदलीय और कार्यमंत्रणा समिति की बैठक हुई। इसमें सभी पार्टियों के नेताओं ने सदन की कार्यवाही को गरिमामय और संसदीय मर्यादा के दायरे में रखने का वादा किया।

अध्यक्ष सतीश महाना ने सदस्यों से अनुरोध किया कि वे सकारात्मक माहौल में अपनी राय रखें और संसदीय परंपराओं का पालन करें। हर सदस्य को बोलने का पूरा अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कहा कि सत्र में पेश होने वाले विधेयकों पर खुलकर बहस होगी। सभी विधायक सार्थक और रचनात्मक चर्चा में हिस्सा लें। जनप्रतिनिधि जनता की समस्याओं का पहला समाधान केंद्र होते हैं, इसलिए दल अपने सदस्यों को बोलने का मौका दें।

संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने भरोसा दिलाया कि सरकार सदन में उठने वाले हर मुद्दे पर विस्तार से जवाब देने को पूरी तरह तैयार है।

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