Bareilly : राहुल बोला, मेरी जिद बन गई तीन लोगों की जिंदगी का आखिरी सफर

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Published By Pradeep Kumar
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राहुल की जिद पर परिजन बुधवार को निकले थे कैंची धाम यात्रा पर

बरेली, अमृत विचार। इज्जतनगर थाना क्षेत्र के चांवड़ा मुड़िया से कार सवार कैंची धाम यात्रा को निकले थे। इन सभी की कार भवाली-अल्मोड़ा मोटर मार्ग पर गुरुवार सुबह भीषण सड़क हादसे का शिकार हो गई, जिनमें तीन महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि छह लोग घायल हैं। घायल राहुल रोते हुए बोले कि वह पिछले छह महीने से दर्शन की योजना बना रहे थे और उसी दिन उनकी जिद पर पूरा परिवार यात्रा पर निकला था। उसकी जिद ने तीन लोगों की जिंदगी का यह आखिरी सफर बना दिया।

थाना क्षेत्र के चावड़ मुड़िया निवासी राहुल के बड़े भाई ओमेंद्र ने बताया कि राहुल गांव में ही किराने की दुकान संचालित करते हैं। उनकी पत्नी बृजेश कुमारी घर में छोटी-मोटी सिलाई करती हैं। उनका एक सात साल का बेटा ऋषि है। लंबे समय से परिवार के लोग कैंची धाम दर्शन करने की योजना बना रहे थे। गुरुवार को यहां से जाने की बात तय हुई तो राहुल ने अपनी बहन-बहनोई ज्योति और करन को भी बुला लिया। करन अहमदाबाद में एयरफोर्स में एयरमैन के पद पर तैनात हैं। छुट्टी लेकर वह बुधवार को घर पर आ गए। इसी बीच राहुल ने अपनी साली नैंसी को भी बुलाया। सभी के आने के बाद राहुल ने अपने बड़े भाई ओमेंद्र से भी उनके बेटे अक्षय को साथ भेजने की बात कही। गुरुवार सुबह राहुल, उनकी पत्नी बृजेश कुमारी, मां गंगा देवी, साली नैंसी, राहुल का बेटा ऋषि, बहन स्वाति, उनका भतीजा अक्षय, बहन ज्योति और उनके पति करन अपनी स्कार्पियो कार से सुबह करीब साढ़े छह बजे घर से निकले थे। कार राहुल के बहनोई करन चला रहे थे। पहाड़ पर अचानक से उन्होंने कार से नियंत्रण खोया तो कार खाई में जा गिरी। घटना के बाद उत्तराखंड पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन कुछ लोगों की तबीयत ज्यादा खराब होने से उन्हें रेफर किया गया। परिवार वाले घायल ज्योति, करन, स्वाति और अक्षय को जानकीपुर स्थित आरके नर्सिंग होम में लेकर आ गए, जहां उनका उपचार किया जा रहा है।

कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हैं क्रैश बैरियर
भवाली-अल्मोड़ा मार्ग पर जगह-जगह गहरी खाइयां हैं। कैंची धाम तक कई स्थानों पर क्रैश बैरियर या तो क्षतिग्रस्त हैं या लटके हुए हैं। हादसे वाली जगह पर ब्रेक लगने के कोई निशान नहीं दिखे, जिससे यह आशंका और मजबूत होती है कि या तो चालक को नींद की झपकी आ गई या वह मोड़ का सही अंदाजा नहीं लगा पाया। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि वहां मजबूत क्रैश बैरियर होता तो संभवतः लोगों की जान बच सकती थी।

सामने से आई मौत, मां- पत्नी व साली को लील गई
हल्द्वानी, अमृत विचार : कैंची धाम के लिए निकले परिवार को नहीं पता था कि उनका यह सफर कैंचीधाम से ठीक पहले ही खत्म हो जाएगा। कैंची धाम से पहले सामने आई मौत (वाहन) को पास देना स्कॉर्पियो सवारों को भारी पड़ गया और खास तौर पर राहुल को। इस हादसे में राहुल को सिर्फ खरोचें आईं, लेकिन मां, पत्नी और साली को मौत लील गई। चावड़ मुड़िया अहमदनगर निवासी राहुल ने बताया कि जिन लोगों की मौत हुई उसमें उनकी मां गंगा देवी, पत्नी बृजेश और साली नैंसी थीं। किसी को कुछ समझ नहीं आया कि क्या हुआ। जब तेजी से खाई में गिरती स्कॉर्पियो की आवाज शांत हुई तो सभी ने खुद को नदी किनारे पड़ा पाया।

हर वर्ष कैंची धाम घूमने आता है परिवार
डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल में गुरुवार को बरेली से पहुंचे मृतक व घायलों के परिजनों का जमावड़ा लग गया। इस दौरान 20 वर्षीय घायल अक्षय के बड़े भाई हरवेंद्र पटेल ने बताया कि परिवार के लोग हर वर्ष कैंची धाम में बाबा के दर्शन करने आते हैं। बरेली से वह सुबह छह बजे निकले थे। करीब साढ़े नौ बजे उन्हें हादसे की खबर मिली और आनन-फानन में वह लोग यहां हल्द्वानी पहुंच गए।

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