कोहरे में चलें संभलकर, मामूली सी असावधानी पड़ सकती है जान पर भारी... सड़क किनारे खडे़ हैं ओवरलोड ट्रक
जीएसटी चोरी के ट्रक मुख्य मार्गों पर लाकर जिम्मेदार कर देते हैं खड़ा
मीराबाई मार्ग पर भी वीआईपी गेस्ट हाउस, जीएसटी भवन के बाहर संकरे मार्ग पर ट्रकों की कतार, हरवक्त जाम
लखनऊ, अमृत विचार: कोहरा अब घना होने लगा है। सभी जानते हैं कि धुंध के मौसम में सड़क पर मामूली अवरोध भी हादसे का सबब बन सकता है। बावजूद इसके राजधानी के प्रमुख इलाकों में ही राजस्व वसूली कर लाए गए ट्रकों को सड़क पर खुलेआम खड़ा कर दिया गया है। एक-दो नहीं 18 ट्रक लाइन से खडे़ हैं। यहां पर्याप्त रोशनी तक नहीं है। बंधे की तरफ से अगर कोई वाहन सवार तेज गति में ढाल से उतर रहा है और उससे मामूली सी चूक हो गई तो जान पर भारी पड़ सकती है। दो तस्वीरें हैं जो अफसरों को जिम्मेदारी का अहसास कराने के लिए काफी हैं। वहीं जीएसटी के जिम्मेदार कहते हैं कि खुजौली के पास जमीन देख ली गई है। खाका तैयार कर लिया गया है। इसे डेवलप करने वाली फर्मों से इंस्टीमेंट मांगा गया है। कुछ माह में ही व्यवस्था ठीक हो जाएगी।
पहली तस्वीर- डालीबाग मुख्य मार्ग बहुखंडीय के सामने की है। यहां पर ढाल होने के कारण बंधे की ओर से आने वाले दो पहिया या फिर चार पहिया वाहन सवार तेज रफ्तार से डालीबाग की ओर आता है। ऐसे में कम रोशनी में सड़क पर माल लदे खड़े डेढ़ दर्जन ट्रक किसी बडे़ हादसे का सबब बन सकते हैं। इसी मुख्य मार्ग पर वीआईपी नैमिषारण्य गेस्ट हाउस और बहुखंडीय आवास हैं जिसमें ''माननीयों'' का निवास है। बावजूद इसके सड़क पर खड़े इन ट्रकों में फंसकर कोई भी हादसे का शिकार हो सकता है।
दूसरी तस्वीर-मीराबाई मार्ग नरही मोड़ तिराहे की है। यहां पर वीआईपी गेस्ट हाउस है। बावजूद इसके दोनों ओर दूर तक जीएसटी चोरी में पकड़कर लाए गए ट्रक सड़क पर ही खडे़ कर दिए गए हैं। सड़क संकरी होने के कारण देर शाम यहां जाम लगा हुआ है। लेकिन ट्रकों को हटवाने के लिए किसी भी जिम्मेदार की दिलचस्पी नहीं दिख रही है। पास ही एक नया रेस्तरा खुला है। उसके बाहर भी रात तक चार पहिया खड़े कर दिए जाते हैं। ऐसे में कोहरा गहराने पर रात के समय इस तीव्र मोड़ पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
