पीएम मोदी का बंगाल दौरा आज, 3200 करोड़ की परियोजनाओं का करेंगे शिलान्यास
कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को पश्चिम बंगाल दौरे पर नादिया जिले में हजारों करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे और राणाघाट में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रैली को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर शुक्रवार को लिखा, "वह शनिवार को दोपहर के करीब नादिया जिले राणाघाट में एक भाजपा रैली को संबोधित करेंगे। वह पश्चिम बंगाल के लोगों से मिलने के लिए उत्साहित हैं।"
प्रधानमंत्री ने लिखा, "मैं नादिया जिले के राणाघाट में 3200 करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करूंगा।" उन्होंने परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग-34 पर बराजगुली से कृष्णानगर तक 66.7 किलोमीटर लंबे चार-लेन सड़क का उद्घाटन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय राजमार्ग-34 के ही बारासात से बराजगुली खंड की चार-लेन सड़क को और उन्नत करने के लिए भी परियोजना का शिलान्यास करेंगे। यह परियोजना कोलकाता और सिलीगुड़ी के बीच संपर्क को और बेहतर बनाएगी। उन्होंने हालांकि शुक्रवार के ही एक अन्य पोस्ट में तृणमूल कांग्रस पर धावा बोलते हुए लिखा, "पश्चिम बंगाल के लोगों को केंद्र सरकार की कई जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है लेकिन साथ ही राज्य के हर क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस के कुप्रबंधन के कारण वे परेशान भी हैं।"
मोदी ने पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ दल की तीखी आलोचना करते हुए कहा, "तृणमूल की लूट और धमकी की राजनीति ने सारी हदें पार कर दी हैं। यही कारण है कि आज भाजपा ही जनता की एकमात्र उम्मीद है।" भाजपा प्रदेश अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य ने प्रधानमंत्री की यात्रा से पहले संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, "मोदी शनिवार को नदिया के राणाघाट सबडिवीजन के तहत ताहिरपुर में नेताजी पार्क में एक रैली करेंगे। इस दौरान वह मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर लोगों की चिंताओं को दूर करेंगे।"
उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों, खासकर नामाशूद्रों को यह भरोसा दिला सकती है कि मतदाता सूची से किसी भी शरणार्थी का नाम नहीं हटाया जाएगा। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब एसआईआर की प्रक्रिया ने मतुआ समुदाय में बड़े पैमाने पर चिंता पैदा कर दी है, जो नदिया और पड़ोसी जिलों में शरणार्थी समूह है, राणाघाट को राज्य में सबसे बड़े मतुआ-बहुल क्षेत्रों में से एक माना जाता है।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसदों के साथ राष्ट्रीय राजधानी में हुई एक बैठक के दौरान श्री मोदी के दौरे की योजना बनी। रिपोर्ट के अनुसार बैठक के दौरान सांसदों ने प्रधानमंत्री को एसआईआर को लेकर मतुआ समुदाय में फैल रहे डर और अविश्वास के बारे में बताया। वहीं, मोदी ने भरोसा दिलाया कि वह राणाघाट रैली में सीधे तौर पर इन चिंताओं को दूर करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक इन आशंकाओं को तुरंत दूर नहीं किया जाता, तब तक पार्टी को 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले मतुआ बहुल सीटों पर गंभीर चुनावी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
