श्रम मंत्री ने तैयार की आत्मनिर्भर बनाने के लिए दो वर्षों की कार्ययोजना, 6 लाख से अधिक युवाओं को देश-विदेश में रोजगार देने का है लक्ष्य
12 नए औषधालय और 5 चिकित्सालय स्थापित होंगे
लखनऊ, अमृत विचार : श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि सरकार द्वारा संचालित श्रमिक कल्याणकारी योजनाओं का वृहद स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि अधिक से अधिक श्रमिकों और उनके परिजनों को योजनाओं का लाभ मिल सके। रोजगार मिशन के अंतर्गत दो वर्षों में देश में लगभग 6 लाख तथा विदेश में 50 हजार अभ्यर्थियों को रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके लिए उन्होंने जिला, तहसील, विकासखंड मुख्यालयों एवं बस स्टेशनों जैसे सार्वजनिक स्थलों पर होर्डिंग, बैनर व स्टैंडी लगाने के निर्देश दिए।
श्रम मंत्री, शनिवार को विधान भवन स्थित कक्ष संख्या-80 में श्रम एवं सेवायोजन विभाग की आगामी दो वर्षों की प्रस्तावित कार्ययोजना को लेकर बैठक संबोधित कर रहे थे। बैठक में उन्होंने कहा कि सरकार का संकल्प है कि 2027 तक उत्तर प्रदेश को बालश्रम से मुक्त किया जाए। इसके लिए सभी विभागीय कार्यों को समय-सीमा के भीतर पूरा किया जाए और प्रत्येक कार्ययोजना की स्पष्ट समय-सीमा तय की जाए। साथ ही जिलों में स्थापित लेबर अड्डों के विकास, वहां जल-छांव की व्यवस्था तथा सराय योजना को गति देने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि विदेश में रोजगार के लिए अभ्यर्थियों को जापानी, जर्मन, अंग्रेजी सहित अन्य भाषाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कारखाना पंजीकरण और श्रमिक सुरक्षा पर जोर
आगामी दो वर्षों की कार्ययोजना में कारखानों के पंजीकरण की प्रक्रिया को तेज करने, महिला कर्मकारों को सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराने, सेफ्टी ऑडिट को मान्यता देने, कर्मकारों को नियुक्ति पत्र देने तथा कल्याण अधिकारियों के वेतन में वृद्धि जैसे प्रस्तावों पर चर्चा हुई।
12 नए औषधालय और 5 चिकित्सालय स्थापित होंगे
बैठक में श्रम मंत्री ने बताया गया कि प्रदेश में 12 नए ईएसआई औषधालय और 5 चिकित्सालय स्थापित किए जाएंगे। औषधालयों की स्वीकृति प्रयागराज, फतेहपुर, अलीगढ़, वाराणसी, फिरोजाबाद, सोनभद्र, जालौन, कन्नौज और लखीमपुर खीरी में दी गई है। वहीं मुरादाबाद, अयोध्या, बुलंदशहर, ग्रेटर नोएडा और गोरखपुर में ईएसआई चिकित्सालय स्थापित किए जाएंगे।
