जांच में दोषी, न लाइसेंस निरस्त हुआ न दर्ज हुई रिपोर्ट, लखनऊ के ऑक्सीजन हॉस्पिटल में 3 साल के मासूम की मौत 

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
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लखनऊ, अमृत विचार : ठाकुरगंज स्थित ऑक्सीजन हॉस्पिटल में तीन वर्षीय बच्चे की मौत के मामले में जांच कमेटी जरिए अस्पताल को दोषी ठहराए जाने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है। न तो अस्पताल का लाइसेंस निरस्त किया गया है और न ही पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए रिपोर्ट भेजी गई है। हैरानी की बात यह है कि दोषी करार होने के बाद भी अस्पताल का संचालन जारी है।

मुफ्तीगंज, ठाकुरगंज निवासी जियान (3) की 21 जुलाई को ऑक्सीजन हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। परिजनों ने इलाज में लापरवाही और अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। मामले की जांच पहले अपर निदेशक, लखनऊ मंडल डॉ. जीपी गुप्ता ने किया था। नोटिस जारी कर डॉक्टर को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया, लेकिन वह बीमारी का हवाला देकर पेश नहीं हुआ।

दो माह तक इंतजार के बाद अपर निदेशक ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को कार्रवाई के निर्देश दिए। सीएमओ कार्यालय से अस्पताल को पांच बार नोटिस भेजे गए, बावजूद इसके न अस्पताल संचालक और न ही डॉक्टर बयान दर्ज कराने पहुंचे। अंततः पांच माह की लंबी जांच के बाद कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में अस्पताल को दोषी करार दिया।
कमेटी की रिपोर्ट में स्पष्ट कहा गया है कि बच्चे का इलाज किसी कुशल विशेषज्ञ से नहीं कराया गया और चिकित्सा लापरवाही के कारण उसकी जान गई। 

इसके बावजूद अब तक न तो अस्पताल के खिलाफ लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई हुई है और न ही पुलिस को एफआईआर दर्ज कराने के लिए पत्र भेजा गया है। इस बीच अस्पताल संचालक ने सीएमओ को पत्र देकर डॉक्टर का बयान दर्ज कराने की मांग की है। सीएमओ डॉ. एनबी सिंह का कहना है कि अस्पताल का पक्ष सुनने के बाद पूरी रिपोर्ट तैयार कर पुलिस को कार्रवाई के लिए भेजी जाएगी।

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