मुरादाबाद: अब एक दिन में बनेंगे सिर्फ 180 ड्राइविंग लाइसेंस
मुरादाबाद,अमृत विचार। ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए अब फर्जीवाड़ा नहीं चलेगा। एक दिन में संभागीय परिवहन कार्यालय में 300 नहीं अब सिर्फ 180 ड्राइविंग लाइसेंस ही बन सकेंगे। परिवहन उपायुक्त ने अब प्रतिदिन के स्लाट को 300 से घटाकर 180 लाइसेंस का स्लाट कर दिया है। इससे अब आरटीओ कार्यालय के बाहर दलालों की दुकानों …
मुरादाबाद,अमृत विचार। ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए अब फर्जीवाड़ा नहीं चलेगा। एक दिन में संभागीय परिवहन कार्यालय में 300 नहीं अब सिर्फ 180 ड्राइविंग लाइसेंस ही बन सकेंगे। परिवहन उपायुक्त ने अब प्रतिदिन के स्लाट को 300 से घटाकर 180 लाइसेंस का स्लाट कर दिया है। इससे अब आरटीओ कार्यालय के बाहर दलालों की दुकानों पर ताला लगना संभव हो सकेगा।
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आनलाइन आवेदन करने वाले लोगों पर नया नियम लागू होगा। एक दिन में आनलाइन चाहे कितने भी आवेदन हों। लेकिन, सिर्फ 180 लोगों को ही औपचारिकता पूरी कराने के लिए मौका मिलेगा। पहले आवेदन कर चुके लोगों तथा लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस के मामले में यह नियम लागू नहीं होगा। लेकिन, जब परमानेंट डीएल बनवाने का समय आएगा तो इस व्यवस्था का पालन करना होगा।
हालांकि ऐसा होने के बाद लोगों को अब इसे बनवाने के लिए लंबा इंतजार करना होगा। ऐसे में उन्हें परेशानी का सामना भी करना होगा। शासन ने सभी जिलों में परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस का कोटा घटा दिया है। जिले में अब एक दिन में सिर्फ 180 लोगों के ही डीएल बनाए जाएंगे। टेस्ट व अन्य औपचारिकताओं को प्रभावी ढंग से कराने के लिए ही शासन ने यह निर्णय लिया है।
अब नहीं चलेगा कोई फर्जीवाड़ा
अब परमानेंट डीएल बनवाने को किसी तरह का फर्जीवाड़ा नहीं चलेगा। आवेदक का सैम्युलेटर सिस्टम पर बैठाकर टेस्ट लिया जाएगा। बाइक और कार का सिस्टम अलग-अलग होगा। सिस्टम में आगे का हिस्सा बाइक और कार की तरह होगा। आवेदक को सीट पर बैठकर बाइक के हैंडल या फिर कार के स्टेयरिंग, क्लच व ब्रेक के सहारे टेस्ट देना होगा। टेस्ट के दौरान आवेदक को स्क्रीन पर आ रहे रोड पर डिवाइडर, सामने से आते वाहन और ट्रैफिक चिह्न नजर आएंगे। आवेदक जैसी ड्राइविंग करेगा, कंप्यूटर पास-फेल की गणना करता रहेगा। टेस्ट खत्म होते ही कंप्यूटर रिजल्ट दिखा देगा।
अपर परिवहन आयुक्त बीके सोनकिया ने बताया कि हर रोज बनने वाले डीएल की संख्या भले ही अब कम होगी। लेकिन, इस प्रक्रिया में सुधार होगा। शासन ने डीएल बनने की प्रक्रिया में बढ़ती संख्या को कम किया है।
