डीएम राकेश कुमार सिंह ने प्रधानमंत्री से कहा- कोविड से निपटने को तत्पर है मुरादाबाद
मुरादाबाद,अमृत विचार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कोरोना प्रबंधन को लेकर प्रदेश के कई जिलाधिकारियों से वर्चुअल वार्ता कर कोरोना संक्रमण पर रोकथाम के लिए किए गए कार्यो के संबंध में जानकारी ली। इस वर्चुअल वार्ता में जनपद के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने भी हिस्सा लिया। वर्चुअल वार्ता में डीएम राकेश कुमार सिंह …
मुरादाबाद,अमृत विचार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कोरोना प्रबंधन को लेकर प्रदेश के कई जिलाधिकारियों से वर्चुअल वार्ता कर कोरोना संक्रमण पर रोकथाम के लिए किए गए कार्यो के संबंध में जानकारी ली। इस वर्चुअल वार्ता में जनपद के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने भी हिस्सा लिया। वर्चुअल वार्ता में डीएम राकेश कुमार सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया कि कोविड-19 से निपटने के लिए मुरादाबाद तत्पर है।
वर्चुअल वार्ता में प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 की द्वितीय लहर से लड़ने के लिए आप प्रमुख योद्दा है।100 वर्षों में आई आपदा में बेहतर से बेहतर संसाधनों का उपयोग पर कोविड-19 संक्रमण को रोकने में सफलता पाई है। आज की परिस्थितियों में आपको अपनी क्षमता का उपयोग करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि जनपदों में कोविड-19 संक्रमण मुक्त ग्रामों को संक्रमण से बचने तथा संक्रमित ग्रामों में संक्रमण रोकने के प्रबंध किए जाएं। उन्होंने बताया कि टीकाकरण की रणनीति में भी हर स्तर पर राज्यों और स्टेकहोल्डर से मिलने वाले सुझाव को आगे बढ़ाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जीवन बचाने के साथ हमारी प्राथमिकता जीवन को आसान बनाना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए मुफ्त राशन सुविधा हो, आवश्यक सप्लाई हो, कालाबाजारी पर रोक लगे। यह सब इस लड़ाई को जीतने व आगे बढ़ने के लिए जरूरी है। जिलाधिकारी अपने जनपद को संक्रमण मुक्त रखने में सफलता पाएंगे। देश के नागरिक का जीवन बचाने में देश को विजयी बनाने में भी हम सफल होंगे। इसमें हम सब की भूमिका बहुत बड़ी है। कोरोना महामारी में जिलाधिकारियों ने जिस प्रकार से नेतृत्व किया है, वह दिखाई देता है।
पीएम ने जिलाधिकारियों के कार्यों की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानिक वायरस के बदलते स्वरूप को लेकर लगातार कार्य कर रहे हैं। वैक्सीन वेस्टेज का मतलब एक जीवन को जरूरी सुरक्षा कवच नहीं देना है। इसलिए वैक्सीन वेस्टेज रोकना बहुत जरूरी है। उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि अपने जिले की समीक्षा करें। इससे ग्रामीण इलाकों में कोरोना से निपटने में मदद मिलेगी। जिलाधिकारी अपने जिले में संक्रमण के आंकड़ों को व्यवस्थित करें और स्वयं भी आंकड़ों का आकलन करें। जिससे आगे की तैयारियों में मदद मिलेगी।
