शाहजहांपुर: प्रसाद भवन से तीसरी पीढ़ी ने उतारा कांग्रेस का झंडा, खिला कमल
शाहजहांपुर। कांग्रेस की राजनीति में देश में प्रसाद भवन (शाहजहांपुर की कोठी) का अहम भूमिका रही है लेकिन इस कोठी पर लगे कांग्रेस के झंडे को अब तीसरी पीढ़ी ने उतार दिया है। देश में कांग्रेस की हालत खस्ता होते देख पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने भी कांग्रेस पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में …
शाहजहांपुर। कांग्रेस की राजनीति में देश में प्रसाद भवन (शाहजहांपुर की कोठी) का अहम भूमिका रही है लेकिन इस कोठी पर लगे कांग्रेस के झंडे को अब तीसरी पीढ़ी ने उतार दिया है। देश में कांग्रेस की हालत खस्ता होते देख पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने भी कांग्रेस पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की घोषणा कर दी। दिल्ली में वह बड़े भाजपा नेताओं के बीच भाजपा में शामिल हो गए। इसके साथ ही यहां कोठी पर लगा कांग्रेस का झंडा उतरकर कमल खिल गया है।
जितिन प्रसाद के दादा ज्योति प्रसाद कांग्रेस के नेता थे। उनकी परनानी पूर्णिमा देवी नोबल पुरस्कार विजेता रविंद्रनाथ टैगोर के भाई हेमेंद्रनाथ टैगोर की बेटी थीं। सबसे पहले ज्योति प्रसाद 1969 में एमएलसी चुने गए थे। उनके निधन के बाद जितिन के पिता जितेंद्र प्रसाद पहले एमएलसी चुने गए और कुछ ही दिनों में कांग्रेस की राजनीति के शिखर पर पहुंच गए। कुंवर जितेन्द्र प्रसाद उर्फ बड़े बाबा साहब का जन्म 12 नंबर 1938 को हुआ था।
सन 1971 में जितेन्द्र प्रसाद ने शाहजहांपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत भी दर्ज की। उसके बाद सन 1980-1984 में फिर जितेन्द्र प्रसाद को जनता ने चुनाव जिताया। उसके बाद सन 1999-94 तक राज्यसभा सदस्य रहे। 1999 में फिर से लोकसभा चुनाव लड़ा। इसके अलावा जितेन्द्र प्रसाद ने सन 2002 मे कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। लेकिन वह इस चुनाव में हार गए थे।
लेकिन 16 जनवरी 2001 को बीमारी के चलते जितेन्द्र प्रसाद का निधन हो गया। इसके बाद कोठी की राजनीति दो जगह बंट गई। जितिन के चाचा छोटे बाबा साहब कुंवर जयेंद्र प्रसाद के बेटे जयेश प्रसाद कांग्रेस छोड़कर सपा, बसपा और फिर भाजपा में भी शामिल हुए थे। लेकिन पिछले दिनों पंचायत चुनाव में बगावत के कारण भाजपा ने जयेश प्रसाद को भाजपा से निष्कासित कर दिया था। जितिन प्रसाद अब भाजपा में शामिल हो गए हैं।
कई प्रधानमंत्रियों के सलाहकार रहे थे बाबा साहब
जितिन प्रसाद के पिता जितेन्द्र प्रसाद (बाबा साहब) भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी (1991), पीवी नरसिम्हा राव (1994) के राजनितिक सलाहकार, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष (1995) तथा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उपाध्यक्ष रह चुके हैं।
