लखनऊ: जूनियर इंजीनियर के निलंबन के विरोध में अवर अभियंताओं का प्रदर्शन
लखनऊ, अमृत विचार। नादान महल रोड के जूनियर इंजीनियर को निलंबित करने के मामले को लेकर जूनियर इंजीनियर संगठन के लेसा अवर अभियंताओं ने शुक्रवार को सर्किल आठ के अधीक्षण अभियंता का घेराव कर प्रदर्शन किया। इस दौरान अभियंताओं ने निलंबित अभियंता पर बिना वजह के ही कार्रवाई की बात कहीं। वहीं संगठन ने अपने …
लखनऊ, अमृत विचार। नादान महल रोड के जूनियर इंजीनियर को निलंबित करने के मामले को लेकर जूनियर इंजीनियर संगठन के लेसा अवर अभियंताओं ने शुक्रवार को सर्किल आठ के अधीक्षण अभियंता का घेराव कर प्रदर्शन किया। इस दौरान अभियंताओं ने निलंबित अभियंता पर बिना वजह के ही कार्रवाई की बात कहीं।
वहीं संगठन ने अपने प्रतिनिधि मंडल को मौके पर भेजकर प्रकरण की जांच कराई। जांच में सामने आया कि 16 जून यानि की बुधवार को उपकेंद्र पर मेंटनेंस कार्य के लिए केवल एक ही गैंग उपलब्ध थी, जोकि 11केवी पोषक फाल्ट में आने से पूर्व कहीं दूसरी जगह दुरुस्तीकरण कार्य कर रही थी। दूसरी ओर फाल्ट आने के बाद उसी टीम द्वारा पेट्रोलिंग कर परिवर्तक के एलटी केबल मरम्मत कर ट्रांसफार्मर का एक डीओ लगाकर 14:25 बजे लाइन को चालू कराने पर 33 केवी के साथ ट्रिप हो गया।
इसके बाद ट्रांसफार्मर को खराब मानकर इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को अवर अभियंता ने दे दी। लेकिन मंडल में ट्रांसफार्मर बदलने के लिए आवश्यक टेंडर पूर्व में ही समाप्त हो जाने के कारण कार्यदाई संस्था उपलब्ध ना होने से ट्रांसफार्मर बदलने में लगभग नौ घंटे का समय लग गया। वहीं शुक्रवार को ट्रांसफार्मर का भार लिया गया जिसमें अधिकतम भार 540 एंपियर पाया गया, जिससे साफ है कि ट्रांसफार्मर ओवरलोड नहीं है और न हीं था।
अवर अभियंता द्वारा बताया गया कि अनुरक्षण सामग्री का बार-बार मांग करने के बावजूद भी उच्चअधिकरियो द्वारा उपलब्ध नहीं कराई जाने से ट्रांसफार्मर का अनुरक्षण कार्य समय से नहीं हो पाना परिवर्तक क्षतिग्रस्त होने का मुख्य कारण पाया गया।
विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए अध्यक्ष लेसा सिस गोमती विवेक तिवारी द्वारा प्रबंधन के इस तानाशाही रवैया की निंदा करते हुए निलंबित अवर अभियंता को तत्काल बहाल कर उसी स्थान पर स्थापित करने की मांग की गयी अन्यथा निलंबन वापसी तक यह विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
