कानपुर से लखनऊ मात्र डेढ़ घंटे में पहुंची प्रेसीडेंशियल ट्रेन, जानें क्या थी ट्रेन की रफ्तार
लखनऊ। दो दिवसीय दौरे पर लखनऊ आने के लिये कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर राष्ट्रपति की अनुमति मिलने पर ट्रेन सुबह 10:20 बजे रवाना की गई। ट्रेन के तीन सदस्यीय गार्ड में गुरदीप सिंह ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। ये ट्रेन 1 घंटे 30 मिनट का सफर पूरा करके चारबाग रेलवे स्टेशन 11:50 बजे …
लखनऊ। दो दिवसीय दौरे पर लखनऊ आने के लिये कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर राष्ट्रपति की अनुमति मिलने पर ट्रेन सुबह 10:20 बजे रवाना की गई। ट्रेन के तीन सदस्यीय गार्ड में गुरदीप सिंह ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। ये ट्रेन 1 घंटे 30 मिनट का सफर पूरा करके चारबाग रेलवे स्टेशन 11:50 बजे अपने तय समय पर पहुंची।
15 कोच वाली प्रेसेडेंशियल ट्रेन के आगे दो पायलट इंजन लगाया गया था। पायलट इंजन राष्ट्रपति की ट्रेन पहुंचने के प्लेटफार्म पर पहुंचकर सफल संचालन की पायलट ने रिपोर्ट स्टेशन मास्टर को सौंपी। ट्रेन नंबर 1001 के बोगी नंबर पांच व छह में राष्ट्रपति सवार थे। ट्रेन के बाकी कोच में राष्ट्रपति का सामान के अलावा सुरक्षा एजेंसियों के क्रू सदस्य और रेलवे अधिकारी सवार थे। ट्रेन रूकने के पांच मिनट बाद राष्ट्रपति सामान निकालकर वाहनों में रखें गए। यह प्रेसेडेंशियल ट्रेन लखनऊ पहुंचने के एक घंटे बाद वापस दिल्ली चली गई।
90 से 110 के बीच में थी ट्रेन की रफ्तार
ट्रेन के मुख्य संचालक प्रदीप रस्तोगी बताते हैं कि कानपुर से लखनऊ के बीच ट्रेन की रफ्तार 90 से 110 किलोमीटर के बीच रही है। रास्ते में कहीं भी ट्रेन का ठहराव नहीं किया गया। इस दौरान कोई भी ट्रेन अप और डाउन लाइन पर नहीं चलाई गई। आईआरसीटीसी के मुताबिक सफर के दौरान राष्ट्रपति की ओर से कुछ भी खाने पीने के लिए नहीं मांगा गया। राष्ट्रपति के लिए रास्ते में खान-पान का जिम्मा राष्ट्रपति भवन से आए खासनामा के हवाले रहा।
