लखीमपुर खीरी: किसानों ने प्रदर्शन कर मिल मालिक का पुतला फूंका
पलियाकलां/लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। गन्ना किसानों द्वारा चीनी मिल में बकाया गन्ना मूल्य भुगतान हेतु चलाया जा रहा धरना शुक्रवार को भी जारी रहा। वहीं आक्रोशित सैकड़ों किसानों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला और सिनेमा चौराहे पर मिल मालिक कुशाग्र बजाज का पुतला फूंका। इस बीच कुछ किसानों की पुलिस कर्मियों से कहासुनी …
पलियाकलां/लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। गन्ना किसानों द्वारा चीनी मिल में बकाया गन्ना मूल्य भुगतान हेतु चलाया जा रहा धरना शुक्रवार को भी जारी रहा। वहीं आक्रोशित सैकड़ों किसानों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला और सिनेमा चौराहे पर मिल मालिक कुशाग्र बजाज का पुतला फूंका। इस बीच कुछ किसानों की पुलिस कर्मियों से कहासुनी हो गई किंतु मौके पर मौजूद सब इंस्पेक्टर ने समझा-बुझाकर शांत कर दिया। किसानों ने चीनी मिल में बैठक कर 15 जून को केन कमिश्नर ऑफिस का घेराव करने के लिए लखनऊ जाने की रणनीति भी बनाई।
बजाज हिंदुस्थान चीनी मिल पलिया पर वर्ष 2020- 21 का किसानों का करीब 350 करोड़ रुपया बाकी है जिसको पाने को गन्ना किसान 4 जून से चीनी मिल में धरना दे रहे हैं। इसके बावजूद चीनी मिल प्रबंध तंत्र और शासन-प्रशासन उनकी समस्या नहीं सुलझा रहा है। इसी बात से आक्रोशित दर्जनों ग्रामों के सैकड़ों गन्ना किसान शुक्रवार को बजाज हिंदुस्थान चीनी मिल पलिया में एकत्र हुए और सभा कर आंदोलन जारी रखने का जहां निर्णय लिया।
इसके बाद गुस्साये किसानों ने चीनी मिल से सिनेमा चौराहे तक किसान एकता जिंदाबाद ,मिल मालिक मुर्दाबाद ,यूपी सरकार मुर्दाबाद आदि नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला और सिनेमा चौराहे पर मिल मालिक कुशाग्र बजाज का पुतला फूंका। पुलिस ने पुतले को बुझा दिया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
किसानों ने आगामी 15 जुलाई को भारतीय किसान मजदूर संगठन के मुखिया बीएम सिंह की अगुवाई में लखनऊ पहुंचकर केन कमिश्नर का घेराव करने का निर्णय भी लिया। किसान नेता जगपाल सिंह जग्गा , बलविंदर सिंह, अवतार सिंह ,विकास कपूर ,कमलेश राय ,नरेंद्र सिंह, सुखविंदर सिंह, रामअवतार ,छोटे लाल ,मोहम्मद आसिफ, अकरम, गुरमीत सिंह, चरणजीत सिंह, जागीर सिंह, हरदीप सिंह, दर्शन सिंह, सतनाम सिंह, दर्शन सिंह, तारा सिंह, रमेश कुमार, सुखचैन सिंह, कुलविंदर सिंह ,मनजीत सिंह ,कुलवंत सिंह ,गुरुदयाल, रामकृपाल , नोखेराम ,सुधीर कुमार आदि सैकड़ों गन्ना किसान मौजूद रहे।
