आंसुओं

हल्द्वानी: बनभूलपुरा के लोगों ने आंसुओं के साथ बताए वृंदा करात और बीजू कृष्णन को हाल...

हल्द्वानी, अमृत विचार। भाकपा (मार्क्सवादी) की पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात और केंद्रीय कमेटी सदस्य बीजू कृष्णन समेत अन्य लोगों ने बनभूलपुरा बवाल के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों से बातचीत की। मृतकों के परिजनों ने अपनी बात उनके...
उत्तराखंड  हल्द्वानी 

हल्द्वानी: आंसुओं का सैलाब देखा, बुजुर्गों की सिसकियां सुनीं हमने

हल्द्वानी, अमृत विचार। बनभूलपुरा पहुंचा समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधि मंडल यहां लोगों से मिला। उनके बातें सुनीं और दुख-दर्द जाना। प्रतिनिधि मंडल ने बनभूलपुरा वालों को उजाड़े जाने को एक साजिश करार दिया और सीधे तौर पर इसके लिए सरकार...
उत्तराखंड  हल्द्वानी 

आठ रबीउल अव्वल : आंसुओं के साथ पेश किया लहू का नजराना

अमृत विचार, अयोध्या। कर्बला वालों की शहादात की याद में दो माह आठ दिन से लगातार मनाए जाने वाले शोक का सिलसिला बुधवार को थम गया। 11वें इमाम हसन असकरी अलेहिस्लाम की शहादत पर भोर में चुप ताबूत निकाला गया। इसी के बाद अय्यामे अजा (मोहर्रम) का अन्तिम जुलूस निकाला गया। या हुसैन अलविदा की …
उत्तर प्रदेश  अयोध्या 

बहराइच : पिता के आंसुओं पर भी नहीं माना डॉक्टर, नौ दिन के मासूम को बेड न होने पर किया वापिस

बहराइच, अमृत विचार। रिसिया विकास खंड के एक सहनवाजपुर गांव निवासी ग्रामीण अपने नौ दिवसीय अति कुपोषित बच्चे को महिला अस्पताल में मंगलवार को भर्ती कराने के लिए लेकर आया। यहां पर चिकित्सक ने वार्ड में जगह न होने की बात कहकर नवजात को वापिस कर दिया। पिता रोते हुए नवजात को लेकर वापस गांव …
उत्तर प्रदेश  बहराइच 

बरेली: खुशी के आंसुओं से लोगों ने किया आजाद हिंदुस्तान का स्वागत

शिवांग पांडेय, बरेली। 14 अगस्त 1947 की आधी रात को ही आजाद भारत का ऐलान हो चुका था। बस इंतजार था तो आजादी की पहली सुबह के जश्न का। वह रात भी बेहद कठिन थी क्योंकि खुशी में उस रात कोई नींद भर सो भी नहीं पाया। सुबह हुई और रेडियो पर आजाद भारत की …
उत्तर प्रदेश  बरेली 

भगवान शिव के आंसुओं से हुई थी दिव्य “रुद्राक्ष” की उत्पत्ति, कैसे बदलता है जीवन का भाग्य, आइए जानिए…

हल्द्वानी, अमृत विचार। भगवान शिव के आंसुओं से बना चमत्कारी बीज रुद्राक्ष भगवान शिव को बहुत प्रीय है। रुद्र पुराण के अनुसार रुद्राक्ष के कई प्रकार हैं। रुद्राक्ष भगवान शिव को प्रिय है, इसलिए न स्वयं शिव बल्कि उनके भक्त कृपा पाने के लिए उसे हमेशा ही धारण किये रहते हैं। भोले का आशीर्वाद दिलाने …
धर्म संस्कृति