दिनेशपुर: मां गौरी देवी व महादेव की पूजा के साथ शुरू हुआ सातूं-आठूं पर्व

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दिनेशपुर, अमृत विचार। पर्वतीय लोक पर्व सातूं-आठूं को लेकर तराई क्षेत्र में महिलाओं में काफी उत्साह रहा। रविवार को महिलाओं ने सातूं पर्व को लेकर मंदिरों में पूजा-अर्चना की और परिवार की सुख समृद्धि की कामना की। गौरतलब है कि बिरुड पंचमी के दिन पांच व सात अनाज गेहूं, मक्का, मटर, जौ, चना आदि मिश्रित …

दिनेशपुर, अमृत विचार। पर्वतीय लोक पर्व सातूं-आठूं को लेकर तराई क्षेत्र में महिलाओं में काफी उत्साह रहा। रविवार को महिलाओं ने सातूं पर्व को लेकर मंदिरों में पूजा-अर्चना की और परिवार की सुख समृद्धि की कामना की।

गौरतलब है कि बिरुड पंचमी के दिन पांच व सात अनाज गेहूं, मक्का, मटर, जौ, चना आदि मिश्रित कर उन्हें एक बर्तन में भीगने के लिए मंदिर में तीन दिन पूर्व रख दिया जाता है। इस पर विशेष पूजा-अर्चना के बाद पारंपरिक विधि विधान से झोडा- चांचरी के स्वर से क्षेत्रगुंजायमान हो उठता है।

सातूं पर्व पर भगवान को बिरुड़ अर्पित कर सुहागन महिलाएं डोर धारण करती हैं। इस दिन भजन- कीर्तन करती हैं। आठूं पर्व पर बिरुड़ बनाए जाएंगे साथ ही सुहागन महिलाएं गले में दूब ज्यौड़ धारण करेंगी। बिरुड़ को प्रसाद स्वरूप वितरण किया जाता है। इस मौके पर गौरी की डोली के साथ शोभायात्रा निकाली जाती है।