रामपुर: एसआईटी की जांच के दायरे में आए जौहर विश्वविद्यालय के नलकूप
रामपुर, अमृत विचार। पनवड़िया के तालाब सुंदरीकरण पर सात करोड़ खर्च होने की जांच के बाद अब मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के नलकूपों की जांच भी एसआईटी को सौंप दी है। जिसके चलते कई लेखपालों और नगर पालिका में तैनात रह चुके अधिकारियों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में …
रामपुर, अमृत विचार। पनवड़िया के तालाब सुंदरीकरण पर सात करोड़ खर्च होने की जांच के बाद अब मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के नलकूपों की जांच भी एसआईटी को सौंप दी है। जिसके चलते कई लेखपालों और नगर पालिका में तैनात रह चुके अधिकारियों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है।
मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में सरकारी धन से तीन नलकूपों का निर्माण कराया गया और पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर अहमद खां के निर्देश पर निजी संस्था मोहम्मद अली जौहर में बने नलकूप का पालिका ने अधिग्रहण कर लिया। प्राइवेट संस्था में सरकारी धन खर्च करके नलकूप निर्माण कराए जाने और पालिका द्वारा अधिग्रहीत किए जाने की जांच एसआईटी को सौंप दी गई है।
इससे पहले पनवड़िया स्थित तालाब के सुंदरीकरण पर सात करोड़ खर्च होने की जांच भी एसआईटी द्वारा की जा रही है। सपा शासनकाल में पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खां के सामने किसी अधिकारी को कुछ कहने की हिम्मत नहीं थी। यही कारण रहा कि नगर पालिका क्षेत्र से बाहर पनवड़िया के तालाब पर सुंदरीकरण के नाम पर कागजों में सात करोड़ खर्च कर दिए गए। तत्कालीन सपा सरकार में ही मोहम्मद अली जौहर यूनीवर्सिटी में सरकारी खर्च पर नलकूपों का निर्माण करा दिया गया।
इसके बाद पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर अहमद खां के निर्देश पर मोहम्मद अली जौहर यूनीवर्सिटी में बने नलकूप को पालिका ने हैंडओवर कर लिया। नलकूप की देखभाल और चलाने के लिए पालिका कर्मचारियों की तैनाती भी कर दी गई। दोनों मामलों की जांच एसआईटी द्वारा की जाएगी। इन मामलों में कई लेखपालों और अधिकारियों पर तलवार लटक गई है।
पालिका क्षेत्र से बाहर पनवड़िया में तालाब के सुंदरीकरण पर हुए करोड़ों रुपये के खर्च की जांच के साथ मोहम्मद अली जौहर यूनीविर्सटी में बनवाए गए नलकूपों की जांच भी एसआईटी को सौंप दी गई है। एसआईटी ने जांच के लिए दस्तावेज मांगे हैं। जो उपलब्ध कराए गए हैं। -डा. विवेकानंद गंगवार, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद रामपुर
तत्कालीन ईओ समेत तीन पर दर्ज है केस
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और सांसद आजम खान के हमसफर रिसॉर्ट में एक नलकूप व पानी की टंकी और जौहर यूनिवर्सिटी में 3 नलकूप लगने के मामले में कार्रवाई की गई थी। मामले में आजम खान के करीबी माने जाने वाले पूर्व पालिका अध्यक्ष अजहर खान और नगरपालिका के तत्कालीन ईओ सहित दो अधिकारियों पर भी मुक़दमा दर्ज हुआ था।
आरोप है था कि रिसॉर्ट में एक नलकूप एवं टंकी और यूनिवर्सिटी में 3 नलकूप को पूर्व पालिकाध्यक्ष और तत्कालीन ईओ द्वारा अपने क्षेत्र से बाहर जाकर नियम विरुद्ध ट्रासंफर किया। इनकी मरम्मत, बिजली का बिल और संचालन पर सरकार के 54 लाख 14,775 रूपए खर्च किए गए। प्रभारी ईओ गणेश प्रसाद की शिकायत पर शहर कोतवाली में धारा 420 और 409 के तहत मुक़दमा दर्ज हुआ था।
पूर्व पालिकाध्यक्ष चल रहे फरार, घर की हो चुकी कुर्की
आरोपी पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर खां कई मुकदमों में फरार चल रहे हैं। इनके विरुद्ध कई मामले दर्ज हैं। कोर्टके आदेश पर इनके घर की कुर्की भी हो चुकी है। लेकिन एक साल से पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रहे हैं। पुलिस भी अब चुप होकर बैठी हुई है।
