रामपुर: हजरत हाफिज शाह जमाल उल्लाह का 234वां सालाना उर्स परचम कुशाई के साथ शुरू
रामपुर, अमृत विचार। हजरत हाफिज शाह जमाल उल्लाह का 234वां सालाना उर्स जुमेरात को परचम कुशाई के साथ शुरू हो गया। परचम कुशाई की रस्म सज्जादानशीन शाह फहत अहमद जमाली के हाथों हुई। इस दौरान उर्स की रस्में शुरू हो गईं। बता दें कि इस बार उर्स मुबारक कोरोना संक्रमण की वजह से सादगी के …
रामपुर, अमृत विचार। हजरत हाफिज शाह जमाल उल्लाह का 234वां सालाना उर्स जुमेरात को परचम कुशाई के साथ शुरू हो गया। परचम कुशाई की रस्म सज्जादानशीन शाह फहत अहमद जमाली के हाथों हुई। इस दौरान उर्स की रस्में शुरू हो गईं। बता दें कि इस बार उर्स मुबारक कोरोना संक्रमण की वजह से सादगी के साथ मनाया जा रहा है।
हजरत हाफिज शाह जमाल उल्लाह का 234वां सालाना उर्स मुबारक 12 सितंबर तक चलेगा। उर्स की तैयारियां काफी दिनों से चल रही थीं। लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार एकाएक सादगी से मनाए जाने का फैसला लिया गया था। इसी वजह से बाहर से आने वाले मेहमान नहीं पहुंचे। उर्स मुबारक के लिए जुमेरात को परचम कुशाई की रस्म सज्जादानशीन आस्ताने आलिया जमालिया शाह फहत अहमद जमाली के हाथों की गई। इसके बाद उर्स का आगाज हुआ।
अब 12 सितंबर तक उर्स की रस्में होंगी। परचम कुशाई के दौरान जफर खां, मोमिन खां, अतहर जमाली, आरिफ जमाली, मोहम्मद जमाल, मुकर्रम जमाली, अफसर खां जमाली, राशिद खां जमाली, रजी जमाली, मोहसिन जमाली, मोनिस खां जमाली, आमिर खां जमाली आदि मौजूद रहे। परचम कुशाई की रस्म में शाहिद खां जमाली की भी अहम भूमिका रही।
इसके बाद हजरत हाफिज शाह जमाल उल्लाह की मजार शरीफ पर गुलपोशी भी की गई। उर्स में स्थानीय के अलावा बाहर से भी लोग बड़ी संख्या में पहुंचे हैं। हजरत शाह हाफिज जमाल उल्लाह साहब का उर्स हर साल धूमधाम से मनाया जाता है। पिछले दो साल से कोरोना संक्रमण के कारण सादगी के साथ उर्स की रस्म अदा की जा रही हैं।
