देहरादून: राज्य के सात उत्पादों को मिला जीआई टैग
देहरादून, अमृत विचार। राज्य के सात उत्पादों को भौगोलिक संकेतांक ( ज्योग्राफिक इन्डिकेशन) का वितरण किया गया। सचिवालय सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल एवं उद्योग मंत्री गणेश जोशी द्वारा राज्य के सात उत्पादों (कुमाऊं च्यूरा ऑयल, मुनस्यारी राजमा, उत्तराखंड का भोटिया दन, उत्तराखंड ऐपण, उत्तराखंड रिंगाल क्राफ्ट, उत्तराखंड ताम्र उत्पाद …
देहरादून, अमृत विचार। राज्य के सात उत्पादों को भौगोलिक संकेतांक ( ज्योग्राफिक इन्डिकेशन) का वितरण किया गया। सचिवालय सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल एवं उद्योग मंत्री गणेश जोशी द्वारा राज्य के सात उत्पादों (कुमाऊं च्यूरा ऑयल, मुनस्यारी राजमा, उत्तराखंड का भोटिया दन, उत्तराखंड ऐपण, उत्तराखंड रिंगाल क्राफ्ट, उत्तराखंड ताम्र उत्पाद एवं उत्तराखंड थुलमा) को भौगोलिक संकेतांक प्रमाण पत्र वितरित किये गए।
इस दौरान कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि राज्य में और भी अनेक ऐसे परम्परागत कृषि उत्पाद हैं जो अपने भौगोलिक क्षेत्र विशेष के आधार पर लगातार वैश्विक पहचान बनाते जा रहे है।
अभी तक तेजपत्ता प्रदेश का पहला जीआई टैग प्राप्त करने वाला उत्पाद था। उपरोक्त के अतिरिक्त उत्तराखंड सरकार के निर्देशन पर उत्तराखंड लाल चावल, बेरीनाग चाय, गहत, मंडुआ, झंगोरा, बुरांस सरबत, काला भट्ट, चौलाई/रामदाना, अल्मोड़ा लाखोरी मिर्च, पहाड़ी तोर दाल, माल्टा फ्रूट जैसे 11 कृषि उत्पादों का जीआई टैग करने का काम भी फाइल कर दिया गया है।
