बरेली: सर्दी में ऊनी कपड़ों का बाजार गर्म
बरेली, अमृत विचार। ठंड के साथ सहालग का सीजन शुरू हो चुका है। जिसके बाद बाजार में गर्म कपड़ों की मांग बढ़ गई है। इससे स्वेटर, जैकेट, शॉल, कंबल व ऊनी कपड़ों की बिक्री में तेजी आई है। इस सीजन में महिलाओं के लिए खास तरीके का आया शेरपा हूडी और हेयर स्वेटर भी खूब …
बरेली, अमृत विचार। ठंड के साथ सहालग का सीजन शुरू हो चुका है। जिसके बाद बाजार में गर्म कपड़ों की मांग बढ़ गई है। इससे स्वेटर, जैकेट, शॉल, कंबल व ऊनी कपड़ों की बिक्री में तेजी आई है। इस सीजन में महिलाओं के लिए खास तरीके का आया शेरपा हूडी और हेयर स्वेटर भी खूब पंसद किया जा रहा है। ऊनी शॉल और स्वेटर की भी काफी मांग है। कोरोना काल की वजह से कारोबारियों को पिछले साल जो नुकसान हुआ था, उनको इस सीजन में भरपाई की उम्मीद है।
नगर निगम के सामने लगी तिब्बत मार्केट में शेरपा हूडी और हेयर स्वेटर छाप छोड़ रहा है। शेरपा हुडी एक खास ऊन का बना है जो काफी गर्म होने के साथ ही फैशनेवल भी है। इसकी खास बात ये है कि इसको धुलने पर भी साइनिंग बरकरार रहेगी। यह खास आइटम सिर्फ महिलाओं के लिए है, जिसकी कीमत 850 से 1500 रुपये तक है।
वहीं हेयर स्वेटर भी महिलाओं को अपनी ओर काफी आकर्षित कर रहा है। नाम के अनुसार यह बालों की तरह मुलायम और चिकना है। इसको भी आसानी से धुला जा सकता है। साइनिंग पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। इसकी शुरुआती कीमत 1250 से 1600 रुपये तक है। यह दोनों खास गर्म कपड़े कोरिया की तर्ज पर है जो लुधियाना से मंगाया गया है। तिब्बत मार्केट के कारोबारियों की माने तो जो कारोबार कोरोना काल से पहले था उससे 25 फीसदी कम है।
शोरूम में भीड़, फुटपाथों पर कम रौनक
गर्म और ऊनी कपड़ों के बाजार में इस बार कुछ अलग माहौल देखने को मिला है। शोरूमों में तो ग्राहकों की अच्छी भीड़ है पर फुटपाथ पर कोई खास रौनक नहीं है। फुटपाथ का अधिकांश कारोबार मध्यम व गरीब वर्ग पर निर्भर रहता है। कोरोना काल में से यह दोनों वर्ग प्रभावित हुए हैं जिससे वे लोग खरीदारी करने कम आ रहे हैं। शोरूम में पहुंचने वाले अधिकांश लोग समक्ष होते हैं जिसकी वजह से शेरूम और मॉल में ग्राहकों की अच्छी भीड़ है।
उम्मीद के हिसाब से नहीं है काम
जैकेट कारोबारी जावेद ने बताया कि जैसी बिक्री होनी चाहिए वैसी बिक्री शुरू नहीं हो सकी है। काम काफी मंदा है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में कारोबार अच्छा होगा। कोरोना काल में अधिकांश लोग आर्थिक संकटों से जूझे हैं जो अब तक उबर नहीं पाए हैं। यही वजह है कि इस बार बाजार में ज्यादा रौनक नहीं है।
कम कीमत वाले बिक रहे जैकेट
फुटपाथ कारोबारी श्याम देवल ने बताया कि ठंड बढ़ने से बिक्री तो शुरू हो चुका है लेकिन उम्मीद के हिसाब से बिक्री नहीं है। कोरोना काल की वजह से पिछले साल काम चौपट था। इस साल अच्छे कारोबार की उम्मीद है पर अभी कोई खास उछाल नहीं है। कहा कि हमारे पास 500 से 1200 रुपये तक के जैकेट है। सबसे ज्यादा 500 वाली ही बिक रही है।
जैकेट और फैंसी शाल की मांग ज्यादा
तिब्बत मार्केट की महिला कारोबारी पिंकी ने बताया कि सबसे ज्यादा जैकेट और फैंसी शाल की मांग है। इस बार महिलाओं के लिए आया शेरपा हूडी और हेयर स्वेटर भी महिलाएं खूब पंसद कर रही हैं। हालांकि अभी इसके बारे में ज्यादा लोगों को नहीं पता है। यहां आने वाले सभी ग्राहकों को दिखाते हैं तो अधिकांश लोग इसे पंसद कर लेते हैं। धीरे-धीरे इसकी मांग बढ़ रही है।
गारमेंट और रेडिमेड के कारोबार में बूम
सेलेक्शन प्वाइंट के सीएमडी नरेंद्र कुमार गुप्ता की माने तो प्रत्येक दिन अच्छा कारोबार हो रहा है। अधिकांश लोग ब्रांडेट जैकेट, स्वेटर, शाल आदि गर्म कपड़े खरीद रहे हैं। इस साल इंडोवेस्ट शेरवानी भी खूब बिक रही है जो 6500 से लेकर 50 हजार रुपये तक है।
