हल्द्वानी: स्पर्श गंगा शिक्षाश्री सम्मान से सम्मानित हुए प्रदेश के पांच शिक्षक
हल्द्वानी, अमृत विचार। स्पर्श गंगा दिवस के अवसर पर पर्यावरण और समाजसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पांच शिक्षकों को स्पर्श गंगा शिक्षाश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। शुक्रवार को राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में हिमालयन एजुकेशन रिसर्च एंड डेवलपमेंट सोसाइटी (हर्ड्स) की ओर से स्पर्श गंगा शिक्षाश्री सम्मान के …
हल्द्वानी, अमृत विचार। स्पर्श गंगा दिवस के अवसर पर पर्यावरण और समाजसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पांच शिक्षकों को स्पर्श गंगा शिक्षाश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। शुक्रवार को राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में हिमालयन एजुकेशन रिसर्च एंड डेवलपमेंट सोसाइटी (हर्ड्स) की ओर से स्पर्श गंगा शिक्षाश्री सम्मान के तहत प्रत्येक शिक्षक को 11 हजार रुपये की नगद धनराशि, प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।
इससे पूर्व छात्राओं व हर्ड्स संस्था के सदस्यों ने स्पर्श गंगा रैली निकाली गई। रैली को पद्मश्री कल्याण सिंह रावत ‘मैती’ ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
मुख्य अतिथि कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एनके जोशी ने कहा कि नदियों, जलधाराओं व जलस्रोतों के प्रति प्रत्येक नागरिक को अपनी जिम्मेदारी को समझना होगा। मां गंगा को स्वच्छ व अविरल बनाने की दिशा में स्पर्श गंगा अभियान की टीम बेहतरीन कार्य कर रही है। विशिष्ट अतिथि पद्मश्री कल्याण सिंह रावत ‘मैती’ ने कहा कि शिक्षक भारत की शिक्षा व्यवस्था के आदर्श, मूल्य और संस्कार के वाहक हैं। शिक्षक बच्चों के भविष्य को आकार देते हैं और राष्ट्र के भावी भविष्य का निर्माण करते हैं।

इस मौके पर भारत की नई शिक्षा नीति और गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर शीर्षक से सम्पादित पुस्तक का भी विमोचन किया गया। इस अवसर पर हर्ड्स के सचिव प्रो. अतुल जोशी, स्पर्श गंगा अभियान के प्रणेता प्रो. प्रभाकर बड़ोनी, हर्ड्स के अध्यक्ष केके पांडे, कोषाध्यक्ष विनोद जोशी, एनएसएस के जिला समन्वयक एलएम पांडेय, नवीन वर्मा, डॉ. एसडी तिवारी, डॉ. सुरेश डालाकोटी, डॉ एसडी तिवारी, डॉ. मनोज पांडे, डॉ. जीवन उपाध्याय, डॉ. ममता लोहमी, डॉ. श्रद्धा, डॉ. नीरज तिवारी, प्रधानाध्यापिका आशा बिष्ट, डिंपल जोशी आदि रहे। संचालन प्रीति बिष्ट ने किया।
इन्हें मिला सम्मान
उत्तराखंड में रक्तदान अभियान के प्रणेता प्रो. आनंद सिंह उनियाल, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के पुनर्वास एवं शिक्षा की दिशा में कार्य करने वाली सृजन स्पास्टिक सोसाइटी की संस्थापक श्रद्धा कांडपाल, प्रकृति संरक्षण के लिए वर्ष 2006 में विद्यालय की खाली बंजर जमीन पर जंगल तैयार करने वाले धन सिंह घरिया, पर्यावरण संरक्षण व सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध जन जागरुकता फैलाने के लिए उत्तरकाशी के सोवेन्द्र सिंह और मेधावी व निर्धन विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए प्रयास करने वाले प्रो. केएल तलवाड़ शामिल रहे।
ये रहे पोस्टर प्रतियोगिता के विजेता
भारतीय शहीद सैनिक स्कूल के राहुल कुमार, जीजीआईसी धोलाखेड़ा की हर्षिता खोलिया, जीजीआईसी हल्द्वानी की मंतरा सैफी ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। जीजीआईसी हल्द्वानी की नंदिनी बिष्ट व पूजा खनवाल, भारतीय शहीद सैनिक स्कूल की चेतना आर्या, जीआईसी मोतीनगर के सूरज गंगवार, जीजीआईसी धोलाखेड़ा की सलोनी पाल व प्रियंका सुयाल, जीजीआईसी मालधनचौड़ की मानसी ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया।
